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शानदार रहा पत्रकारिता जीवन गौरव व उत्कृष्ट सेवा गौरव सम्मान समारोह
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अमरावती जिला मराठी पत्रकार संघ का आयोजन
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गणमान्यों ने की आयोजन की मुक्तकंठ से प्रशंसा
अमरावती/दि.14 – कोविड संक्रमण काल के दौरान लगभग सभी क्षेत्रों में कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ और कई लोगबाग बेरोजगार भी हुए. किंतु इसके बावजूद केवल तंत्रज्ञान का साथ रहने की वजह से इस कठीन काल के दौरान भी प्रसार माध्यम अपने स्थान पर टिके रहे. अब चूंकि यह स्पष्ट हो गया है कि, तंत्रज्ञान की सहायता के बिना प्रसारमाध्यमों का विकास असंभव है. अत: हम सभी को पत्रकारिता के साथ-साथ स्थायी तौर पर तंत्रज्ञान की सहायता भी लेनी होगी और नये तकनीकी ज्ञान को आत्मसात करना होगा. इस आशय का प्रतिपादन दैनिक देशोन्नति के प्रबंध संपादक व किसान नेता प्रकाश पोहरे द्वारा किया गया.
अमरावती जिला मराठी पत्रकार संघ द्वारा गत रोज श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के स्व. सोमेश्वर पुसतकर सभागृह में पत्रकारिता जीवनगौरव तथा उत्कृष्ट सेवा गौरव सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर बतौर उद्घाटक प्रकाश पोहरे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. जिला मराठी पत्रकार संघ के अध्यक्ष तथा दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजीत इस कार्यक्रम में बतौर प्रमुख अतिथी वरिष्ठ समाजसेवक शंकरबाबा पापलकर तथा बतौर विशेष अतिथी स्व. वसंतराव नाईक स्वावलंबी शेतकरी मिशन के अध्यक्ष एड. किशोर तिवारी, विभागीय उपायुक्त अजय लहाने, सूचना व जनसंपर्क विभाग के विभागीय उपसंचालक हर्षवर्धन पवार तथा केंद्रीय जनसंपर्क विभाग के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी इंद्रभुवन भाला उपस्थित थे.
इस समारोह के दौरान दैनिक हिंदुस्थान के संपादक उल्हास मराठे को पत्रकारिता क्षेत्र में 55 वर्षों के उल्लेखनीय योगदान हेतु पत्रकारिता जीवन गौरव पुरस्कार देकर गणमान्य अतिथियों के हाथों सम्मानित किया गया. इस पुरस्कार में सम्मानचिन्ह, सम्मानपत्र, शाल व पुष्पगुच्छ का समावेश रहा. इसके साथ ही पत्रकारिता क्षेत्र में 25 वर्ष की शानदार सेवा देने के साथ ही विविध स्तरों पर पुरस्कार प्राप्त करनेवाले दैनिक लोकसत्ता के जिला प्रतिनिधि मोहन अटालकर, दैनिक भास्कर के जिला प्रतिनिधि संजय पंड्या, दैनिक नवभारत व नवराष्ट्र के ब्यूरोचीफ त्रिदीप वानखडे तथा दैनिक लोकमत के ग्रामीण संवाददाता अनिल कडू को उत्कृष्ट सेवा गौरव पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इसके अलावा पत्रकारिता क्षेत्र में विशेष योगदान देने हेतु डॉ. कुमार बोबडे, प्रा. अनिल जाधव, लोकमत के जिला प्रतिनिधि गणेश वासनिक, विदर्भ मतदार के उपसंपादक संजय बनारसे व प्रतिनिधि नयन मोंढे, डीडी सह्याद्री के प्रतिनिधि यशपाल वरठे तथा महाराष्ट्र टाईम्स के प्रतिनिधि जयंत सोनवने का भी सम्मानचिन्ह, शाल व पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया गया.
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में संपादक अनिल अग्रवाल ने कहा कि, जेष्ठ संपादक प्रकाश पोहरे के कहने से ही प्रेरणा लेते हुए उन्होंने जिला मराठी पत्रकार संघ के जरिये जीवन गौरव पुरस्कार के आयोजन की परंपरा शुरू की है. आज यद्यपि पत्रकारों के कई संगठन कार्यरत है, किंतु अमरावती जिला मराठी पत्रकार संघ सभी को एकसाथ लेकर काम करने में विश्वास रखता है. पत्रकारों ने आज तक कई लोगों को जीवन में स्थापित करने का काम किया है. किंतु उन पर लगातार अनर्गल आरोप भी लगाये जाते है. हालांकि इसका निराकरण कभी भी नहीं हो सकता. इसके साथ ही संपादक अनिल अग्रवाल ने आवाहन किया कि, पत्रकारों पर आरोप लगानेवालों ने कभी कोई छोटी-मोटी खबर लिखकर देखनी चाहिए, ताकि उन्हें इस बात का ऐहसास हो सके कि, खबर बनाते या लिखते समय किन जिम्मेदारियों और तकलीफों से होकर गुजरना पडता है.
इस आयोजन की प्रस्तावना जिला मराठी पत्रकार संघ के महासचिव प्रफुल्ल घवले ने रखी. वहीं कार्यक्रम में संचालन गजेंद्र बडनेरकर तथा आभार प्रदर्शन प्रसिध्दी प्रमुख गौरव इंगले ने किया. आयोजन की सफलतार्थ जिला मराठी पत्रकार संघ के महासचिव अरूण जोशी, उपाध्यक्ष चंदू सोजतिया सहित सर्वश्री संजय शेंडे, सुनील धर्माले, सुधीर भारती, पद्मेश जयस्वाल, नरेंद्र जावरे, प्रणय निर्वाण, अनुप गाडगे, विजय ओडे, मंगेश तायडे, सुरेंद्र आकोडे, संजय मापले, नितेश राउत, विवेक दोडके, अनिल मुणोत, ऋषिकेश शर्मा, हुकुमीचंद खंडेलवाल, दयालनाथ मिश्रा, पवन शर्मा, बाबा राउत, मनोज भेले, भारत थोरात, संतोष शेंडे, मनीष डोंगरे व लिना रंदले आदि ने महत प्रयास किये. इस कार्यक्रम में हव्याप्र मंडल की सचिव प्रा. डॉ. माधुरी चेंडके, एड. प्रशांत देशपांडे, पूर्व सांसद अनंत गुढे, उद्योजक व समाजसेवी नितीन मोहोड, शिवसेना के जिला प्रमुख सुनील खराटे, श्रीकांत तराल, डॉ. पद्माकर सोमवंशी, प्रा. अंबादास मोहिते, संजय मापले, हेमंत पाठक, रवि इंगले, अश्विन गुर्जर, अमोल इंगोले तथा पत्रकार संघ के सभी पदाधिकारी, तहसील अध्यक्ष व सदस्य एवं जिले के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य बडी संख्या में उपस्थित थे.
पत्रकारों की जिद आत्मसात करने योग्य
इस आयोजन के दौरान बतौर प्रमुख अतिथी अपने विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी शंकरबाबा पापलकर ने कहा कि, उनके जीवन और सामाजिक क्षेत्र की यात्रा में पत्रकारों का काफी बडा योगदान रहा है. पत्रकारों द्वारा उन्हेंं दिये गये सहयोग व स्नेह के चलते ही आम लोगबाग उन्हें शंकरबाबा के तौर पर जानने लगे. पत्रकारों का स्वभाव मूलत: काफी जिद्दी होता है और यह जिद आत्मसात करनेयोग्य भी होती है. इसके साथ ही शंकरबाबा पापलकर ने अंध, अपंग तथा शारीरिक व मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों का 18 वर्ष की आयु के बाद भी पालन-पोषण होने हेतु कानून बनाये जाने की जरूरत उपस्थितों के समक्ष प्रतिपादित की.
सोशल मीडिया यानी प्रसारमाध्यम नहीं
इस समय अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला मराठी पत्रकार संघ के अध्यक्ष व दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल ने कहा कि, इन दिनों लोगबाग सोशल मीडिया पर प्रसारित होनेवाली खबरों को ही सच मान लेते है, जबकि सोशल मीडिया पूरी तरह से सामाजिक प्रयोग हेतु बनाया गया एक प्लेटफार्म है. जिसकी मीडिया के तौर पर कोई विश्वसनियता नहीं है. कई विकसित देशों में सोशल मीडिया के जरिये मीडिया यानी प्रसार माध्यमों को नहीं चलाया जाता. साथ ही वहां पर सोशल मीडिया के लिए कुछ सीमाएं तय की गई है. किंतु भारत में ऐसा कोई कानून नहीं रहने के चलते युट्यूब चैनल के जरिये कई न्यूज चैनल शुरू हो गये है. जिनका कोई पंजीयन नहीं होता. साथ ही ऐसे चैनलों की कोई विश्सनियता, जिम्मेदारी व मर्यादा भी नहीं होती. अत: बेहद जरूरी है कि, ऐसे चैनलों को कानून के दायरे में लाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किये जाये.
जीवनगौरव पुरस्कार से सम्मानित दैनिक हिंदुस्थान के संपादक उल्हास मराठे ने इस सम्मान हेतु अमरावती जिला मराठी पत्रकार संघ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस सम्मान को अपने माता-पिता तथा वरिष्ठ बंधु अरूण मराठे को समर्पित किया. साथ ही विगत 55 वर्षों की पत्रकारिता के दौरान अपने परिजनों सहित मित्र परिवार से मिले सहयोग के लिए आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि, दैनिक हिंदुस्थान के संस्थापक संपादक व पत्रमहर्षि स्व. बालासाहब मराठे ने उन्हें पत्रकारिता के जो संस्कार दिये, उससे बाहर जाकर पत्रकारिता करने की उन्होंने कभी हिम्मत नहीं की और आगे भी दैनिक हिंदुस्थान द्वारा पत्रकारिता के उन्हीं मूल्यों व संस्कारों का जतन व संवर्धन किया जायेगा.