पत्रकारिता के छात्रों को ग्राउंड रिपोर्टिंग पर ध्यान देना चाहिए : संपादक अनिल अग्रवाल
आईआईएमसी में संपादक संवाद कार्यक्रम

अमरावती/दि.18-देश में हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. इन बदलावों का असर पत्रकारिता में भी देखने को मिल रहा है. इसलिए पत्रकारिता के विद्यार्थियों को इन बदलावों को समझते हुए खुद को तैयार करने और प्रभावी ढंग से काम करने के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग पर ध्यान देने की आवश्यकता है. भारतीय जन संचार संस्थान के अमरावती स्थित पश्चिम क्षेत्रीय परिसर में 18 अक्टूबर को ‘संपादक संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में दैनिक अमरावती मंडल एवं दैनिक मातृभूमि के संपादक अनिल अग्रवाल उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राजेश सिंह कुशवाहा ने की. इस अवसर पर डॉ. विनोद निताले, डॉ. आदित्य मिश्रा, चैतन्य पाटिल, निकिता वाघ, जयंत सोनोने, संजय पाखोड़े उपस्थित थे. संपादक अनिल अग्रवाल विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में हर तरफ विकास की बयार बह रही है. सूचना प्रौद्योगिकी के आधुनिक स्वरूप ने पत्रकारिता पूरी तरह से बदल कर रख दिया है. इस बदलते परिवेश को समझने के लिए पत्रकारिता के विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ लोगों से मिलना-जुलना और उनकी संस्कृति को भी समझना चाहिए, जिससे सच्ची जमीनी पत्रकारिता को बढ़ावा मिलेगा. पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. आपका धैर्य और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना ही आपको सफलता दिलाएगी. उन्होंने अपनी योग्यता को पहचान कर उसके अनुरूप काम करने की सलाह दी.
अपने अध्यक्षीय संबोधन में क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राजेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि आज पत्रकारिता करते समय जानकारी के कई स्रोत उपलब्ध हैं. डिजिटल मीडिया इसका एक हिस्सा है. यह पहचानना मुश्किल है कि कौन सी जानकारी सही है और कौन सी गलत है. इसलिए प्राप्त जानकारी को फिल्टर करना और उसके आधार पर पाठकों तक खबर पहुंचाना एक चुनौती है. इससे पूर्व हिंदी, मराठी एवं अंग्रेजी पत्रकारिता के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए प्रयोगात्मक समाचार पत्र नवरंग, संवाद रथ, नव विचार, लोकसंदेश, द न्यूज पोस्ट और मीडिया नेक्स्ट समाचार पत्रों का प्रकाशन गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया. कार्यक्रम का प्रस्ताविक डॉ. विनोद निताले ने किया. संचालन हिंदी पत्रकारिता विभाग की छात्रा प्रीति बाला और धन्यवाद ज्ञापन बीनू पाण्डेय ने किया. जागृति प्रिया ने अतिथियों का परिचय कराया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में हिंदी, मराठी और अंग्रेजी पत्रकारिता पाठ्यक्रम के विद्यार्थी उपस्थित रहे. संस्थान के राजेश झोलेकर, नुरुज्जमा शेख, भूषण मोहोकर, अनंत नंदुरकर, मंदा पवार, नंदा तुप्पट आदि ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया.