* सांसद गजानन किर्तीकर को सौंपी अमरावती जिले की जिम्मेदारी
* चुनावी तैयारी, पदाधिकारियों से संपर्क कर उनकी समस्या वरिष्ठों तक पहुंचायेंगे
* दस लोगों की टीम पहुंंची शहर में, पदाधिकारियों के रिक्त पद भरेंगे
अमरावती/ दि.22– आगामी चुनाव को देखते हुए व शिवसेना को और अधिक मजबूत बनाने की दृष्टि से अमरावती जिले में शिवसेना संपर्क अभियान की आज से शुरुआत की गई. इसकी जिम्मेदारी पूर्व मंत्री सांसद गजानन किर्तीकर को सौंपी गई है. किर्तीकर मुंबई के 10 लोगों की टीम के साथ अमरावती पहुंचे. सबसे पहले शिवसेना के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक लेकर संपर्क अभियान की जानकारी दी. उसके पश्चात शासकीय विश्राम गृह में पत्रकार परिषद आयोजित कर आज से तीन दिवसीय अभियान चलाया जाएगा. 26 या 27 मार्च तक यहां की रिपोर्ट वरिष्ठों तक पहुंचाई जाएगी.
पत्रकार परिषद में पूर्व मंत्री व सांसद गजानन किर्तीकर के साथ पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल, पूर्व विधायक धाने पाटील, जिला प्रमुख सुनील खराटे, राजेश वानखडे, शहर प्रमुख पराग गुडधे, मंडी सभापति नाना नागमोते, संजय सेठे, संजय लव्हाले समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. आगे जानकारी देते हुए सांसद किर्तीकर ने बताया कि, मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के मार्गदर्शन में राज्य में शिवसेना ने कोरोना काल के वक्त उल्लेखनिय कार्य किया है. कोरोना काल में जम्बो अस्पताल से अन्य कार्य किये गए है. उन्होंने बताया कि, पंचायत समिति से लेकर पार्लिमेंट तक की समस्या हल करने के लिए शिवसेना संपर्क अभियान शुरु किया गया हेै. राज्य में 19 सांसदों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस अभियान के तहत संगठनात्मक त्रूटियां कैसे दूर की जा सकती है, पदाधिकारियों के रिक्त पद भरने, विकासात्मक कार्य के रुके हुए प्रोजेक्ट, जिन कामों को प्रशासकीय मंजूरी नहीं मिल पा रही है. पदाधिकारियों की विभिन्न समस्याएं आदि की जानकारी एकत्रित कर इसकी रिपोर्ट शिवसेना के वरिष्ठों तक पहुंचाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि, शिवसेना संपर्क अभियान के लिए उनके साथ मुंबई से 10 पदाधिकारी आये है. सभी मिलकर संबंधित क्षेत्रों का दौरा करेेंगे. शिवसेना को मजबूत करना उनका ध्येय है. उन्होंने बताया कि अमरावती निर्वाचन क्षेत्र में 22 वर्षों तक सांसद रहे कई विधायकों ने यहां की जिम्मेदारी संभाली है. उन्होंने यह भी बताया कि, आघाडी सरकार ने शिवसेना के सांसदों को पालकमंत्री जैेसे पद नहीं मिल पाये. कांग्रेस और राष्ट्रवादी के पल्ले में पद गए. जनसेवा के बल पर चुनकर आये सांसदों को पद मिलते हैं. उन्होंने कहा कि शिवसेना लगातार हिंदुत्ववादी के रुप में काम करते आयी है. द कश्मीर फाइल फिल्म को महाराष्ट्र में दिखाने के लिए शिवसेना ने पहल की. उन्होंने बताया कि कश्मीर के उन पंडितों के बच्चों को बालासाहब ठाकरे की वजह से 5 प्रतिशत सहयोग दिया जा रहा है. शिवसेना हिंदुत्व के लिए लढ रही है. पीछे नहीं है.
उन्होंने बताया कि शिवसेना ने कोरोना काल में जोरदार तेैयारी की, जम्बो अस्पताल बनाए और कई उल्लेखनीय कार्य मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के माध्यम से हुए हैं. उन्होंने बताया कि यह संपर्क अभियान पहले विदर्भ, मराठवाडा, इसके बाद कोकण, मुंबई में संपर्क दौरे होंगे. काल कोरोना में शिथिलता आयी है. हम देखते है कि पार्टी में पदाधिकारी निष्ठावान है या नहीं. कही गुटबाजी तो नहीं चल रही.शिवसेना महिला आघाडी व युवा सेना आपसी सामंजस्य से काम कर रहे है या नहीं. मंत्रालय में किसी तरह के विकास के काम रुके है या नहीं. उसकी पूरी जानकारी हासिल कर वरिष्ठों को सौंपी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि, यहां हो रही राजनीति की भनक उन्हें है, उसे भी वक्त रहते ठिक किया जाएगा.
अमरावती जिले में 4 जिला प्रमुख है, परंतु एक भी जिला प्रमुख साथ मिलकर काम नहीं कर रहे है, चारों चार दिशा में अपने मुंह करते बैठे है. इस बारे में पूछ जाने पर उन्होंने कहा कि, इसकी भी जानकारी निकालेंगे, जो भी त्रूटियां होगी, उसे भी दूर करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि, उनके पदाधिकारी किसी दूसरी पार्टी से हाथ तो नहीं मिला रहे है, इस बारे में गंभीरता से ली जा रही है. उसकी सारी जानकारी हासिल करने के बाद उनके खिलाफ की कार्रवाई करने की बात भी इस समय उन्होंने बताई. उन्होंने कहा इसकी रिपोर्ट 26 या 27 मार्च तक वरिष्ठों को सौंपी जाएगी. किर्तीकर ने बताया कि, जो लोग उनकी आलोचना कर रहे है, उन्हें भी जवाब दिया जाएगा. आने वाले चुनाव को देखकर यह सारी तैयारी शुरु की है. स्वबल पर चुनाव लडने के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि, फिलहाल पार्टी बढाने का कार्य किया जा रहा है. आने वाले चुनाव आघाडी बनाकर लढना है या स्वबल पर चुनाव लडना है, यह फिलहाल तय नहीं हुआ है. अंत में उन्होंने कहा कि गुटबाजी करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.