अमरावती

ज्वार की ‘हाफ सेंच्यूरी’

50 रुपए प्रतिकिलो के दाम पर पहुंची

* आम लोगों की पहुंच से बाहर हुई ज्वारी
अमरावती/दि.3 – किसी समय ज्वारी व बाजरी की रोटी यानि भाकरी को गरीबों का निवाला कहा जाता था और चटनी-भाकर खाकर गुजारा करने को गरीबी का परिचायक माना जाता था. वहीं आर्थिक रुप से संपन्न लोग-बाग गेहूं से बनी पतली रोटी के साथ फुलके व पराठे खाया करते थे. लेकिन इन दिनों स्थिति पूरी तरह से बदल गई है. क्योंकि उत्पादन घटने और मांग बढने की वजह से गेहूं की तुलना में ज्वारी व बाजरी के दाम अधिक है. ऐसे में गरीबों की पोटली से ज्वार व बाजरी की भाकरी गायब होने लगी है. किसी समय 28 से 30 रुपए प्रतिकिलो की दर पर मिलने वाली ज्वारी के दाम इस समय 40 से 60 रुपए के आसपास जा पहुंचे है. वहीं बाजरी भी 38 से 40 रुपए प्रतिकिलो के दाम पर पहुंच गई है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों अधिकांश घरों में गेहूं के आटे से ही रोटियां बनती है. ऐसे में गेहूं की मांग अधिक रहने के चलते ज्वार व बाजरी का बुआई क्षेत्र धीरे-धीरे घटता चला गया. हालांकि भोजन व पाचन के लिहाज से ज्वार व बाजरी की भाकरी को रोटी की तुलना मेें ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है. यहीं वजह है कि, विगत कुछ दिनों से शहरी इलाकों में रहने वाले कई लोगों ने डॉक्टर की सलाह के बाद ज्वार व बाजरी जैसे मोठे अनाज के आटे से तैयार होने वाली भाकरी खाना शुुरु कर दिया है. वहीं इन दिनों कई शादी-ब्याह समारोह में चटनी-भाकर को विशेष व्यंजन यानि स्पेशल डिश के तौर पर रखा जाता है. इसके अलावा होटल व रेस्टारेंट में भोजन हेतु जाने पर कई लोगबाग गेहूं की रोटी की बजाय ज्वारी व बाजरी की भाकरी खाना पसंद करते है. जहां पर इससे पहले भाकरी प्रति नग 10 रुपए के दाम पर उपलब्ध हुआ करती थी. जो अब 20 से 30 रुपए प्रति नग के दाम पर मिलती है.
उल्लेखनीय है कि, एक ओर तो ज्वार व बाजरी के दाम बढे हुए है. वहीं दूसरी ओर बीते दिनों हुई बेमौसम बारिश की वजह से खेती-किसानी का काफी नुकसान हुआ है और कई स्थानों पर खेतों में खडी ज्वारी व बाजरी की फसल बह गई. जिसकी वजह से ज्वार व बाजरी की उपज प्रभावित हुई तथा बाजार में आवक घट गई. जिसके परिणाम स्वरुप ज्वार व बाजरी के दाम आसमान छूने लगे. हालांकि इस समय शहर के बाजार में बारशी, सोलापुर, जलगांव, जालना सहित आंध्रप्रदेश से ज्वारी की आवक हो रही है. जिसके चलते मांग के अनुरुप ज्वार उपलब्ध है.

* ज्वार के दाम
ज्वार होलसेल रिटेल
शालू 58-60 63
दादर 45 48
हाईब्रिड 37-40 43
परभणी 35 40
बाजरी 32 38

Related Articles

Back to top button