अमरावती

बेरार प्रांत के कोली महादेव समाज को दिया जाए न्याय

बेरार कोली महादेव समाज प्रतिनिधि मंडल का निवेदन

अमरावती/दि.15 – शीतकालीन अधिवेशन के पहले ही दिन याने 14 दिसंबर को बेरार कोली महादेव समाज प्रतिनिधि ने आदिवासी विकास विभाग के प्रधान सचिव डॉ.अनुपकुमार यादव को निवेदन देकर आदिवासी परंपरा, निजामकालीन, ब्रिटिशकालीन सबूतों को स्वीकारकर शासन निर्णय निर्गमित कर बेरार प्रांत के कोली महादेव समाज को न्याय देने की मांग की.
बेरार कोली महादेव समाज प्रतिनिधि व्दारा महादेव कोली समाज को आदिवासी का दर्जा देने के लिए आदिवासी विकास विभाग के प्रधान सचिव डॉ.अनुपकुमार यादव को बार-बार निवेदन देकर आदिवासी का दर्जा देने की मांग की गई थी. लेकिन आदिवासी विकास विभाग की ओर से उक्त मांगों की ओर नजरअंदाज किया जा रहा है. इतना ही नहीं तो वर्ष 2017 से आदिवासी परंपर, निजामकालीन, ब्रिटिशकालीन पुरातन सबुत आदिवासी विकास विभाग तथा राज्य सरकार को देने के बावजूद भी आज तक कोई भी पहलकदमी नहीं की जा रही है. इसलिए 14 दिसंबर से शुरु हुए शीतकालीन अधिवेशन में राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को निवेदन देकर उनका ध्याकर्षण किया गया और निवेदन में बताया गया है कि सतपुडा महादेव पहाड के निचे रहने वाले बेरार प्रांत अमरावती महसूल विभाग आदिवासी कोली महादेव जमाति की आदिवासी परंपरा, निजामकालीन, ब्रिटिशकालीन सबूतों को स्वीकारकर शासन निर्णय निर्गमित कर सरकार के आदिवासी विकास विभाग को आदेश देने की मांग की. निवेदन सौंपते समय कोली महादेव बेरार संघर्ष समिति के पदाधिकारी उमेशराव ढोणे, गोपाल ढोले, सुधाकर घुगरे, राजेंद्र कोलटके, विलासराव सनगाले, जगन्नाथ तराले, नंदकिशोर अपोतीकर, बाळू जुवार, मनोज धनी, विठ्ठलराव संनगाले, नाजुकराव खोडके, मधुकरराव तराले आदि उपस्थित थे.

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