अमरावती/दि.24 – चांदूर बाजार तहसील अंतर्गत राजनापूर्णा गांव की जिला परिषद मराठी प्राथमिक मराठी शाला में विगत 20 वर्षों से शालेय पोषाहार योजना का काम कर रहे माला मारुडकर व उनके पति वसंत बापूराव मारुडकर को शाला के मुख्याध्यापक मालखेडे ने नियमबाह्य तरीके से काम से हटा दिया. ऐसे में पूरे मामले की जांच करते हुए मारुडकर दम्पति को दोबारा काम पर रखा जाए और उन्हें 9 फरवरी 2023 से लागू हुई मानधन वृद्धि का लाभ भी दिया जाए. इस आशय की मांग का ज्ञापन महाराष्ट्र राज्य शालेय पोषण आहार कर्मचारी यूनियन (आयटक) द्बारा जिलाधीश पवनीत कौर को सौंपे गए ज्ञापन में की गई. इस ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि, अपने नजदीकी व्यक्ति को शालेय पोषाहार योजना में काम पर रखने हेतु मुख्याध्यापक ने शाला व्यवस्थापन समिति के साथ मिलीभगत करते हुए मारुडकर दम्पति पर अन्याय किया है. अत: मुख्याध्यापक पर अनुशासन भंग की कार्रवाई करने के साथ ही शाला व्यवस्थापन समिति को तत्काल बर्खास्त किया जाए. ज्ञापन सौपते समय संगठन के जिलाध्यक्ष हिम्मतराव गवई व सदस्य दिलीप आठवले उपस्थित थे.