* मानवंदना समारोह के पूर्व तैयारी की हुई बैठक
अमरावती/दि.4-विश्वविक्रमी मानवंदना कार्यक्रम के माध्यम से कैलास मोरे ने भीमा कोरेगांव का इतिहास पूरी दुनिया के सामने लाया है. विगत 14 वर्षों से 1 से 3 जनवरी को मानवंदना कार्यक्रम का सफल आयोजन कर इस कार्यक्रम के माध्यम से अमरावती जिले के नाम विश्वस्तर पर सामने लाया, इस आशय का कथन सैनिक फेडरेशन के अध्यक्ष पूर्व सैनिक सुभेदार अविनाश गायकवाड ने किया.
समता सैनिक दल पूर्व सैनिक संगठन भीमा कोरेगांव विजयस्तंभ प्रतिकृति मानवंदना आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में 1 से 3 जनवरी दौरान तीन दिवसीय मानवंदना कार्यक्रम सायन्स स्कोर मैदान में आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम की पूर्व तैयारी बैठक 28 नवंबर को शासकीय विश्रामगृह में अविनाश गायकवाड की अध्यक्षता में हुई. बैठक में प्रमुख मार्गदर्शक के रूप में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संघर्ष समिति के अध्यक्ष समाधान वानखडे, आंबेडकरी साहित्यकार शिवा प्रधान, धम्म शांति विपश्यना सेंटर के अध्यक्ष तथा मुख्य आयोजक कैलास मोरे, महाराष्ट्र राज्य मराठी पत्रकार संघ के पश्चिम विदर्भ अध्यक्ष नयन मोंढे उपस्थित थे. प्रस्तावना कैलास मोरे ने रखी. आभार एड. माया मेश्राम-भिवगडे ने माना. बैठक में त्रिवेणी मकेश्वर, आशा मेश्राम, अनिता जवंजाल, मीना तंतरपाले, कल्पना बनकर, उषा लांडगे, सुनीता धाकडे, माधुरी इंगले, कांचन आडोले, संजय मोहोल, अवधूत मकेश्वर, उदयभान गजभिये, किशोर सरदार, प्रेम इंगले, विद्याधर जवंजाल, राजकुमार वरघट, बंडू चोटपगार, रुपेश भिवगडे, सुवासिनी घोडेस्वार, एम.एम.खंडारे, सहित विविध सामाजिक संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
दो लाख भीमसैनिक देंगे मानवंदना
आगामी 1 जनवरी को दो लाख भीमसैनिक मानवंदना देंगे. कार्यक्रम में भीमा कोरेगांव युद्ध के सरसेनापति सिद्धनाथ महारा के बारहवें वंशज मिलींद इनामदार उपस्थित रहेंगे. 2 जनवरी को समाजभूषण पुरस्कार वितरण समारोह, 3 को मातोश्री सावित्रीबाई फुले जयंती समारोह, व प्रबोधनात्मक संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया है.