हमारे हक का घर हडपना चाहता हैं कैलास नागे
कोकिला पांडुरंग वानखडे ने पत्रवार्ता के माध्यम सेलगाया आरोप
अमरावती/दि.7– हमे बिना कुछ बताए स्टैम्प पढे बिना ही उस पर मेरे व पति तथा भाई की दस्तखत लेकर कैलास नागे हमारे घर पर कब्जा कर उसे बेचने की मंशा रखता हैं. ऐसा आरोप आज स्थानीय वॉलकट कम्पाऊंड स्थित मराठी पत्रकार भवन में पत्रवार्ता के माध्यम से कोकिला पांडुरंग वानखडे ने लगाया. इस समय उनके साथ ओबीसी महासेल के प्रवीण गाढवे भी मौजूद थे.
कोकिला वानखडे ने पत्रवार्ता में आरोप लगाते हुए बताया कि उनके हक का घर कैलास नगर, गोपाल नगर गजानन महाराज मंदिर के पास था. उस पर मैनें 75 हजार रुपये कैलास नागे से लिए व नोटरी की, उस पर एक लाख पचास हजार दिए. जिसके बाद मैने कुछ ब्याज दिया. मगर उसने कोर्ट में एक स्टैम्प पर लिखकर देने कहा कि तुम बैंक से लोन लेकर मेरे पैसे वापस कर दो और बहुत सारे स्टैम्प दिखाकर व मुझे, मेरे पति को बुलाकर उसने उसकी पत्नी व मेरे भाई शिंदे को बुलाकर न पढते हुए हमारी दस्खत ले लिया और फोटो भी निकाला. जिसमें 1 लाख 62 हजार ऐसी रकम लिखी. जिसमें मेरे दोनों लडके व लडकी भी नहीं थे. उसने मेरे पूरा घर दो रुम, संडास, बाथरुम जेसीबी से तोड कर मेरा पूरा समान रोड पर फेंक दिया. अब मैं घर के बाहर हो गई हुं. मेरे रहने की जगह नहीं है. मेरा एक्सीडेंट होने के कारण मैं काम नहीं कर सकती. व बच्चे भी बाहर हैं वे कुछ मदद नहीं करते. मैं किराया भी नहीं दे सकती हुं. इतना सब होने के बाद भी अब मेरे मालकी हक की जगह को नागे व्दारा 22 लाख रुपये में बेचने का प्रयास कर रहा हैं. पत्रवार्ता के माध्यम से कोकिला वानखडे ने न्याय की गुहार लगाई हैं.