* महानुभाव धर्म सेवा प्रतिष्ठान का आयोजन
रिद्धपुर/दि.11– महानुभाव धर्म सेवा प्रतिष्ठान नागपुर की ओर से स्थानीय श्री गोविंदप्रभु के चरणों से पावन ‘पीवल तलोली’ मंदिर का कलसारोहन समारोह संपन्न हुआ. इस अवसर पर संपूर्ण भारतवर्ष से सैकडों श्रद्धालु रिद्धपुर पहुंचे. इस अवसर पर महानुभाव धर्म सेवा प्रतिष्ठान (नागपुर) के संयोजक हंसराज बाबा खामनीकर की ओर से पदयात्रा का आयोजन किया गया था. पदयात्रा में देश के कई स्थानों से सैकडों श्रद्धालु व विधायक बालासाहेब सानप शामिल हुए. महानुभाव धर्म में श्री गोविंदप्रभु के चरणों से पावन ‘पीवल तलोली’ स्थान बहुत महत्व रखता है. इस स्थान की खासियत यह है कि, यहां की मिट्टी लाल और पीली है.
इस स्थान से कुछ ही दूरी पर एक तालाब भी है. इसीलिए इसे ‘पीवल तलोली’ कहा जाता है. म्हाहिम भट्ट द्वारा लिखित मराठी के पहले आद्य ग्रंथ ‘लीळाचरित्र’ में भी इस स्थान का जिक्र किया गया है. इस स्थान पर महानुभाव धर्म के भगवान सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी और भगवान श्री गोविंदप्रभु प्रतिदिन घंटो बैठकर संवाद किया करते थे. यही कारण है कि, महानुभावों के लिए यह स्थान बहुत महत्व रखता है. उल्लेखनीय है कि, यह पवित्र स्थान एक मुस्लिम समाज के खेत में है. रिद्धपुर विकास के जनक महंत आचार्य श्री. कारंजेकर बाबा के कहने पर अरमान अली ने मंदिर निर्माण के लिए यह जगह दान की. तब कहीं जाकर मंदिर निर्माण का कार्य किया गया.
महंत कारंजेकर बाबा ने अपने भाषण में जिलाधिकारी सौरभ कटियार, उपविभागीय अधिकारी मोर्शी, तहसीलदार मोर्शी का भी आभार माना. महानुभाव धर्म सेवा प्रतिष्ठान की देखभाल में 2 करोड रुपए की लागत से इस मंदिर का निर्माणकार्य पूरा किया गया. इसमें अशोक साहनी (जालंधर) का भी योगदान रहा. अखिल भारतीय महानुभाव परिषद के महंत आचार्य श्री. कारंजेकर बाबा, महंत वाईंदेशकर बाबा की ओर से पदयात्रा के संयोजक हंसराज बाबा खामनीकर, महानुभाव धर्म सेवा प्रतिष्ठान (नागपुर) के अध्यक्ष रविभाऊ तिखे, नरेंद्र तिखे, अरविंद भाजीपाले, विजय भरमत, गोवर्धन उमप को इस अवसर पर सम्मानित किया गया.
इस कलशरोहन समारोह में महंत श्री. बिडकर बाबा, महंत श्री. आचार्य कारंजेकर बाबा, महंत श्री. खामनीकर बाबा, महंत श्री. लोणारकर बाबा, महंत श्री. सालकर बाबा, महंत श्री. राहेकर बाबा, महंत श्री. नागराज बाबा उर्फ गोपीराज शास्त्री, महंत श्री. रिद्धपुरकर बाबा, महंत श्री. दर्यापुरकर बाबा, महंत श्री. यक्षदेव बाबा, महंत श्री. न्यामबास बाबा, महंत श्री. माहुरकर बाबा, महंत श्री. कापूसतलनीकर बाबा, महंत श्री. पाचराऊत बाबा, महंत श्री. हंसराज बाबा, महंत श्री. चिंचोडीकर बाबा, महंत श्री. वैरागी बाबा, महंत श्री. आंबेडकर बाबा उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन श्री. प्रसन्नमुनी शास्त्री ने किया.