काले, समदुरकर, रासने व कुरील बन सकते है शहर भाजपा के सरचिटणीस
भाजपा शहर कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया तेज, जल्द होगी घोषणा

* सरचिटणीस बनते ही चारों के मनपा चुनाव लडने की संभावना होगी खत्म
* नई कार्यकारिणी की घोषणा को लेकर सभी की निगाहें शहराध्यक्ष डॉ धांडे की ओर
अमरावती/दि.3 – हाल ही में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अमरावती शहराध्यक्ष पद पर पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे पाटिल के स्थान पर पार्टी पदाधिकारी डॉ. नितिन धांडे की नियुक्ति की गई. जिसके बाद अब नवनियुक्त शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे द्वारा शहर भाजपा की नई कार्यकारिणी हेतु पदाधिकारियों का चयन किया जा रहा है. जिसके तहत प्रत्येक पद हेतु बेहद सावधानीपूर्वक फुंक-फुंककर कदम उठाए जा रहे है और एक-एक नाम पर अच्छी-खासी चर्चा भी की जा रही है. इस पूरी प्रक्रिया को लेकर दैनिक अमरावती मंडल को मिली जानकारी के मुताबिक शहर भाजपा में सरचिटणीस पद पर पूर्व पार्षद सुनील काले, सचिन रासने एवं राधा कुरील अथवा राजू कुरील तथा ललित समदुरकर, ऐसे चार लोगों की नियुुक्ति हो सकती है. जिसमें से कुरील दंपति में से किसी एक को शहर भाजपा सरचिटणीस पद का जिम्मा मिल सकता है.
उल्लेखनीय है कि, भाजपा में अध्यक्ष पद के उपरांत सरचिटणीस का पद सबसे महत्वपूर्ण होता है. जिसे संगठन मंत्री के समकक्ष माना जाता है. खास बात यह भी है कि, सरचिटणीस पद पर नियुक्त रहनेवाले पदाधिकारी द्वारा किसी चुनाव में हिस्सा नहीं लिया जाता. ऐसे में यदि उपरोक्त भाजपा पदाधिकारियों को शहर भाजपा का सरचिटणीस नियुक्त किया जाता है तो उनके आगामी समय में मनपा का चुनाव लडने की संभावना लगभग खत्म ही मानी जाएगी. वहीं यदि कुरील दंपति में से राधा कुरील बजाए राजू कुरील का सरचिटणीस पद के लिए चयन होता है, तो राधा कुरील के लिए मनपा का चुनाव लडने का रास्ता खुला रहेगा.
ज्ञात रहे कि, इससे पहले भाजपा शहराध्यक्ष रहनेवाले पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे पाटिल ने अपने बेहद खासमखास व विश्वासपात्र भाजपाईयों को शहर भाजपा की कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी सौंपी थी. परंतु अब शहर भाजपा में स्थिति पूरी तरह से बदल गई है और अब विदर्भ युथ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे के पास शहर भाजपा की कमान है. खास बात यह भी है कि, डॉ. नितिन धांडे जिले की पूर्व सांसद नवनीत राणा के कट्टर समर्थक है और पूर्व सांसद नवनीत राणा ने ही अपने समर्थक डॉ. नितिन धांडे को शहराध्यक्ष बनाने हेतु जमकर लॉबिंग व फिल्डींग की थी. ऐसे में अब शहर भाजपा में राणा गुट का अच्छा-खासा दबदबा एवं वर्चस्व दिखाई देना तय माना जा रहा है. जिसके चलते अब नवनियुक्त शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे द्वारा अपने हिसाब से अपनी टीम तैयार करने हेतु भाजपा की शहर कार्यकारिणी को ‘रिफ्रेश’ किया जा रहा है. जिसके तहत जल्द ही शहर भाजपा की नूतन कार्यकारिणी और नए पदाधिकारियों के नामों को लेकर घोषणा होने की उम्मीद है. इसे लेकर दैनिक अमरावती मंडल के हाथ लगी जानकारी के मुताबिक शहर भाजपा में सरचिटणीस पद पर पूर्व पार्षद सुनील काले, सचिन रासने व राधा कुरील अथवा राजू कुरील तथा ललित समदुरकर की नियुक्ति होना लगभग तय माना जा रहा है. जिसे लेकर जल्द ही शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे द्वारा अधिकारिक घोषणा की जा सकती है. जिसकी ओर सभी की निगाहें लगी हुई है.
चूंकि भाजपा की परंपरा के अनुसार सरचिटणीस पद पर रहनेवाला पदाधिकारी चुनाव ही नहीं लड सकता. ऐसे में लंबे समय से मनपा की राजनीति में सक्रिय रहनेवाले चार पूर्व पार्षदों को यदि भाजपा द्वारा सरचिटणीस नियुक्त किया जाता है, तो उनके मनपा का चुनाव लडने की संभावना ही खत्म हो जाएगी. ध्यान देनेवाली बात है कि, मनपा के पूर्व गुट नेता रह चुके सुनील काले का गोपाल नगर-सूतगिरणी प्रभाग में अच्छा-खासा दबदबा है और वे तीन बार मनपा पार्षद चुने जा चुके है और इस बार अपना विजयी चौका लगाने के लिए पूरी तैयारी में लगे हुए है. इसके अलावा मनपा की स्थायी समिति के सभापति रह चुके राधा कुरील व सचिन रासने भी दो-दो बार मनपा पार्षद रह चुके है और इस बार अपनी हैट्रीक पूरी करने की तैयारी में है. इसके अलावा ललित समदुरकर भी इससे पहले एक बार मनपा का चुनाव लड चुके है. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पडा था और वे एक बार फिर चुनाव लडने की पूरी तैयारी में है. ऐसे में यदि इन चारों को भाजपा द्वारा शहर कार्यकारिणी में सरचिटणीस पद का जिम्मा सौंपा जाता है तो उनके चुनाव लडने की संभावना ही खत्म हो जाएगी. वहीं पूर्व पार्षद राधा कुरील के पति राजू कुरील हमेशा से ही पर्दे के पीछे रहकर राजनीति करते है और शहर भाजपा के संगठन में हमेशा सक्रिय भी रहते है. साथ ही राजू कुरील ने आज तक कोई चुनाव नहीं लडा है. ऐसे में यदि राधा कुरील की बजाए राजू कुरील को सरचिटणीस पद की जिम्मेदारी मिलती है तो उस स्थिति में राधा कुरील के लिए चुनाव लडने का रास्ता खुला रहेगा.