अमरावती /दि.6– इस समय प्याज के दामों में अच्छी खासी तेजी है तथा खुदकर बाजार में प्याज के दाम 70 से 80 रुपए प्रति किलो के स्तर पर जा पहुंचे है. जिनके भविष्य में ओर भी अधिक बढने की संभावना है. जिसके चलते कांदा-पोहा व कांदा-भजिया सहित मिसल जैसे खाद्य पदार्थों से कांदा यानि प्याज नदारद हो गया है. इसके साथ ही नाश्ते की गाडियों व उपहारगृहों में भी नाश्ते या भोजन के साथ पहले की तरह कटा हुआ प्याज मिलना बंद हो गया है. क्योंकि प्याज के दामों में तेजी रहने के चलते खाद्य पदार्थ विक्रेताओं में प्याज का उपयोग करना लगभग बंद कर दिया है.
* अपर्याप्त बारिश के चलते उपज हुई कम
जानकारी के मुताबिक इस बार बारिश अपर्याप्त होने के चलते प्याज की बुआई कम हुई थी. ऐसे में इस बार प्याज का उत्पादन ही कम हुआ है और इस समय किसानों के घरों में रखी पुरानी प्याज के साथ-साथ खेतों से निकली नई प्याज विक्री हेतु बाजार में आ रही है, जो मांग व जरुरत के हिसाब से कम है. यहीं वजह है कि, आवक कम रहने और मांग अधिक रहने के चलते प्याज के दामों में अचानक ही उछाल आ गया है और इस समय प्याज 70 से 80 रुपए प्रति किलो की दर पर बिक रहा है.
* दीपावली तक ऐसे ही रहेंगे दामे
प्याज व्यापारियों के मुताबिक इससे पहले प्रति वर्ष नाशिक सहित अन्य राज्यों से दीपावली के समय प्याज की आवक बडे पैमाने पर हुआ करती थी. परंतु इस बार ऐन दीपावली के पर्व पर प्याज की आवक पूरी तरह से रुकी हुई है. साथ ही अपर्याप्त बारिश की वजह से बाजार में नये प्याज की आवक ही नहीं है. जिसके चलते दीपावली के पर्व तक प्याज के दामों में ऐसी ही तेजी रहने की पूरी उम्मीद है.
* किसानों को दरवृद्धि का कोई फायदा नहीं
जानकारी के मुताबिक इस समय यद्यपि बाजार में प्याज के दामों में तेजी है. परंतु इसका किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा. क्योंकि उनके पास बेचने के लिए प्याज ही नहीं है. कुछ किसानों ने बताया कि, जब वे प्याज की बुआई कर रहे थे. तब बाजार में प्याज को अच्छे खासे दाम मिल रहे थे. लेकिन जैसे ही वे अपनी प्याज लेकर बाजार में पहुंचे. तो दामों में कमी आ गई. वहीं अब जब वे अपनी उपज को औने-पौने दाम पर बेच चुके है, तो अब फिर एक बार दामों में इजाफा हुआ है. जिसका उन्हें कोई फायदा नहीं हो रहा.