अमरावती
सात वर्षों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रतीक्षा में कांडली
उपचार के लिए जाना पड़ता है कोसो दूर (कॉलर)
-निधि के अभाव में रुका है काम
-बच्चू और स्वास्थ्य मंत्री से ग्राम पंचायत की गुहार
परतवाड़ा/अचलपुर/दी ४ –आज के आधुनिक युग मे यह बात अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण कही जा सकती है कि आज भी लोगो को अपने सरकारी उपचार के लिए कोसो दूर जाना पड़ता हैं. मामला कांडली ग्राम पंचायत में निवास करते नागरिको का है.हालांकि कांडली ग्राम पंचायत यह अचलपुर नगर पालिका क्षेत्र से जुड़ा हुआ परिसर ही है,किंतु कांडली और अंबाडा कंडारी व अन्य गाँवो के लिए अधिकृत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धामनगावँ गढ़ी है.यहां बता दे कि कांडली से धामनगावँ की दूरी कोई 12 किलोमीटर के करीब नापी जाती है.
बरसो से कांडली के लोग स्थानीय स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देने की मांग कर रहे है.ग्रामीणों की मांग पर कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने शासन निर्णय क्रमांक संकीर्ण 1012(प्र)क्र 402 आरोग्य 3 दिनांक 9 जून 2014 अनुसार पीएससी को स्वीकृति प्रदान कर दी है.सरकार के निर्णय के बाद भी आज सात सालों में पीएससी का निर्माण व संचालन कांडली में शुरू नहीं हो पाया है.इसकी वजह निधि का प्राप्त न होना बताया जाता है.
इस बारे में कांडली ग्रामपंचायत की 10 नवंबर को सम्पन्न हुई ग्रामसभा में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया है.प्रस्ताव पारित होने के बाद सरपंच सविता आहाके और उपसरपंच गंगा ढंढारे व उनके सभी सहयोगी सदस्यों ने शासन दरबार मे इसकी आवाज बुलंद करने की ठान ली है.ग्राप कांडली से मिली जानकारी के अनुसार पीएससी के लिए पंचायत समिति के मार्गदर्शन में ग्रामपंचायत ने योग्य भूखंड भी उपलब्ध करवा दिया है.सिर्फ निधि प्राप्त नही होने से नागरिको को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.इस बारे में जिला स्वास्थ्य अधिकारी से लगातार पत्रव्यवहार किया जा रहा है.इसके पूर्व भी ग्रामपंचायत प्रशासन कई वर्षों से जिला स्वास्थ्य अधिकारी से सतत पत्राचार के माध्यम से संपर्क बनाए हुए है.
हाल ही में ग्रामपंचायत की ओर से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे,राज्यमंत्री और अचलपुर के विधायक बच्चू कडू को एक पत्र देकर उक्त निधि आवंटन में हो रहे विलंब को दूर करने का अनुरोध किया है.ग्राम पंचायत सरपंच और उपसरपंच द्वारा प्रेषित इस पत्र में नागरिको के स्वास्थ्य की उपेक्षा पर खेद प्रगट करते हुए दोनों भी मंत्री महोदय से जल्द से जल्द राहत प्रदान करने की प्रार्थना की गई है.इस पत्र की प्रतिलिपी संभागीय आयुक्त,जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और जिला स्वास्थ्य अधिकारी को भी प्रेषित की गई है.