* ‘हिक शाम संत कंवरराम जे नाम’ का भव्य स्तर पर आयोजन
* ‘सिंधुड़ीअ जो सरताजु कंवर’ का सफल मंचन
अमरावती/दि.3– अमर शहीद संत कंवरराम साहिब का जीवन चरित्र प्रेणादायी है. उनके जीवन पर आधारित नाटक के माध्यम से उनके प्रसंगों को व उनके संदेश पहुंचाने सफल प्रयास है. अपनी संस्कृति के जतन हेतु सिंधी लोक नृत्य भी सशक्त जरिया है. अमरावती का कंवर धाम देश विदेश के सिंधी बंधु ही नहीं अपितु हर समाज के लिए श्रद्धा का केंद्र बनेगा, इस आशय का कथन सांसद नवनीत राणा ने किया.
महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी, मुंबई,विदर्भ सिंधी विकास परिषद, अमरावती,संत कंवरराम धाम ट्रस्ट, विदर्भ सिंधी विकास परिषद महिला मंच अमरावती के संयुक्त तत्वावधान में संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन अमरावती में ‘हिक शाम संत कंवरराम जे नाम’ का आयोजन भव्य स्तर पर किया गया. सभागृह में कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद नवनीत राणा ने संतों, अतिथियों व अकादमी के सदस्यों व पंचायत के प्रमुखों, संस्था के पदाधिकारियों की प्रमुख उपस्थिति में किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष महेश सुखरामानी ने की.
सर्वप्रथम अतिथियों ने इष्टदेव झूलेलाल व अमर शहीद संत कंवरराम साहिब की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया तथा ज्योति प्रज्वलित की. इस अवसर पर संत कंवरराम के पौत्र साईं सर्वानंद मोरडिया, साईं राजेशलाल कंवर के सुपुत्र किशन साईं, शिवधारा आश्रम के संत साईं डॉ. संतोषदेव महाराज, पंडित महेश शर्मा, पूज्य पंचायत कंवर नगर के अध्यक्ष प्रेमचंद कुकरेजा, पूज्य पंचायत रामपुरी के अध्यक्ष डॉ. इंदरलाल गेमनानी, पूज्य पंचायत बडनेरा के अध्यक्ष चंदूमल बिल्दानी, विदर्भ सिंधी विकास परिषद केंद्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष डॉ. विंकी रुघवानी, महासचिव पी.टी. दारा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी, संत कंवरराम धाम ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सुदामचंद तलड़ा, कोषाध्यक्ष लीलाराम कुकरेजा, आर्किटेक अजय बत्रा, पूर्व पार्षद बलदेव बजाज व प्रशांत वानखेडे़, विदर्भ सिंधी विकास परिषद अमरावती के कार्याध्यक्ष सुरेंद्र पोपली, महासचिव पंडित दीपक शर्मा, महिला मंच की अध्यक्ष राजकुमारी झांबानी, महासचिव मंजू आडवानी प्रमुखता से मंच पर उपस्थित थे.
संत साईं राजेशलाल साहिब ‘कंवर’ संत कंवरराम धाम के आशीर्वाद से, तथा कार्यक्रम संयोजक तुलसी सेतिया के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में किशोर लालवाणी द्वारा लिखित तुलसी सेतिया द्वारा निर्देशित ‘सिंधुड़ीअ जो सरताजु कंवर’ का सफल मंचन सिंधुड़ी यूथ नागपुर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया. महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी की सदस्य डॉ. रोमा बजाज के संयोजन में तथा नेहा खानेजा के निर्देशन में सिंधी नृत्यों का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. अतिथियों का स्वागत सर्वश्री पंडित दीपक शर्मा, सुरेंद्र पोपली, मोहनलाल मंधानी, जुमनदास बजाज, आत्माराम पुरसवानी, संजय शादी, किशोर छाबड़ा़, राजेश तलरेजा, श्रीचंद फुलवानी, नानकराम मूलचंदानी, डेटाराम मनोजा, शिवकुमार मोहनानी, सुनील बसंतवानी, रोशन बख्तार, राजकुमारी झांबानी, मंजू आडवानी, आशा नानवानी, आशा मकवानी, नंदिनी कपूर, ज्योति डेंबला, हर्षिता बुधवानी, महक सोजरानी, डॉ. संगीत कुंजवानी, हेमलता बुधलानी, ज्योति, दीपक पंजवानी, मनोहर बजाज, वेद सेतिया, राजू राजदेव, विकास बुधलानी, जुगनू गलानी, ढोलू बत्रा, नानक झांबानी, पवन झांबानी, गिरीश नारायण, प्रकाश भुतड़ा, सुंदर आदि ने किया.
* महाराष्ट्र अकादमी के सदस्यों का सत्कार
महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष महेश सुखरामानी व विभिन्न शहरों से पधारे अकादमी के सदस्य सर्वश्री राजू जग्यासी, विनोद तलरेजा, वीरु डुलानी, प्रीतमदास रावलानी, मनूमल जेठवानी, लाल पंजाबी, प्रताप मोटवाणी, तुलसी सेतिया, कमलेश कटारिया, दिनेश डोडानी, दामोदर बठेजा, डॉ. मदन जेसवानी, सुरेश लालवानी, हीना शहदादपुरी, रेशमा बहराणी, डॉ. रोमा बजाज, मंजू कुंगवानी, दयानंद भालेराव का सत्कार स्मृति चिह्न प्रदान कर व शाल पहनाकर कर किया गया.
* हर गांव में सिंधी संस्कृति का प्रचार-प्रसार हो
कार्यक्रम दौरान महेश सुखरामानी ने कहा कि, हर गांव हर शहर में सिंधी सभ्यता, संस्कृति व भाषा प्रचार- प्रसार ही महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी का मकसद है. अकादमी के माध्यम से विभिन्न शहरों में महाराष्ट्र राज्य सरकार के अनुदान से सांस्कृतिक, साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. बजट बहुत कम है. बजट बढ़ाने हेतु निवेदन दिया गया है.
* सिंधी में बोलचाल करने का आह्वान
प्रस्तावना में तुलसी सेतिया ने अकादमी के संदर्भ में संत कंवरराम पर आधारित नाटक व विदर्भ सिंधी विकास परिषद के बारे में जानकारी दी. तथा अपने परिवार में सिंधी में बोलचाल करने का आह्वान किया और संकल्प करवाया.