अमरावतीविदर्भ

हे भगवान… कपूर २ हजार रूपये किलो!

त्यौहार के सीझन में कपूर के दाम आसमान पर

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२९ – इस समय जहां एक ओर पर्व व त्यौहारों का सीझन चल रहा है. वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की वजह से माल ढुलाई काफी हद तक प्रभावित है. ऐसे में त्यौहारोें के समय कपूर की मांग दोगूनी होते ही कपूर के दाम आसमान से जा भिडे है और इस समय कपूर दो हजार रूपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. बता देें कि, देश में कपूर के उत्पादन हेतु कच्चे माल की आपूर्ति करनेवाली चार बडी कंपनिया है. लेकिन इस समय कोरोना सदृश्य हालात के चलते केवल ५० फीसदी कच्चे माल की आपूर्ति हो रही है. साथ ही चीन से होनेवाली आयात भी रूकी पडी है. जिसके चलते उत्पादन खर्च बढ गया है.
वहीं दूसरी ओर कोरोना काल के दौरान सोशल मीडिया पर कपूर के प्रयोग को लेकर हुए प्रचार की वजह से हर कोई कपूर की बडे पैमाने पर खरीदी कर रहा है. साथ ही गणेशोत्सव के चलते भी कपूर की मांग बडे पैमाने पर बढी हुई है. विगत तीन माह से साधे कपूर व कपूर बडी (Packing tablet) की कीमत होलसेल में ८०० से ९०० रूपये प्रति किलो थी, जो अब बढकर १२०० से १३०० रूपये प्रति किलो की दर पर जा पहुंची है. वहीं कपूर की फुटकर कीमत १७०० से १८०० रूपये प्रति किलो पर जा पहुंची है.
इसके अलावा विदर्भ में दगड्या (देसी) तथा पश्चिम महाराष्ट्र भीमसेनी (Bhim Sena) नाम से प्रचलित कपूर होलसेल बाजार में १३५० से १४०० रूपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है. वहीं फूटकर में यह कपूर २ हजार रूपये प्रति किलो की दर तक जा पहुंचा है. कोरोना काल के दौरान सर्दी, खांसी जैसी बीमारियों पर घरेलू उपाय के तौर पर इस कपूर का बडे पैमाने पर उपयोग हो रहा है. साथ ही घर के वातावरण को स्वच्छ रखने हेतु इस कपूर को बडे पैमाने पर जलाया जा रहा है. ऐसे में मांग बढते ही इस कपूर के दाम आसमान पर जा भिडे है.

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