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कर्जतकर ने अमरावती, अकोला, बुलढाणा में एक-एक से की बात

रणजीत पाटिल की हार का पोस्टमार्टम आरंभ

अमरावती/दि.11- अमरावती संभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी डॉ. रणजीत पाटिल की पराजय की पार्टी ने कारण मीमांसा करना आरंभ किया है. हार के कारणो का पता लगाने के लिए बनाई गई एक सदस्यीय कर्जतकर समिति के सुनील कर्जतकर ने बुलढाणा, यवतमाल, वाशिम और अकोला के बाद अमरावती में भी पदाधिकारियों से एक-एक कर संवाद किया. उल्लेखनीय है कि डॉ. पाटिल की चुनाव में अनपेक्षित हार पार्टी पदाधिकारियों को बुरी तरह आहत कर गई है. इसीलिए प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील कर्जतकर की समिति गठित की गई.
कर्जतकर गुरुवार को अमरावती आए. उन्होंने सर्किटहाउस पर पार्टी पदाधिकारियों से सुबह से लेकर शाम तक जवाब तलब किए. एक-एक से अलग-अलग बात किए जाने की भी जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी. मतदाता पंजीयन से लेकर वोटिंग और वोट अवैध हो जाने के विषय में यह संवाद होने की जानकारी भी मिल रही है. भाजपा को अमरावती के स्नातक वोटर्स पर बडा भरोसा था और यहां वोटर्स की संख्या भी स्वाभाविक रुप से सर्वाधिक थी.
इससे पहले कर्जतकर अकोला में पार्टी पदाधिकारियों से मिले. उनसे डॉ. पाटिल की पराजय के विषय में बंद व्दार चर्चा की. अकोला में महानगर भाजपा के कार्यालय मेंं उन्होंने अध्यक्ष से लेकर सभी पदाधिकारियों से सवाल-जवाब करने की जानकारी है. एक-एक से उन्होंने जानकारी ली. यह भी जानने का प्रयत्न उन्होंने किया कि डॉ. पाटिल को व्यक्तिगत विरोध इतना तीव्र रहने की क्या वजह रही? भाजपा से विद्रोह करने वाले शरद झांबरे तथा प्रतिस्पर्धी महाविकास आघाडी के धीरज लिंगाडे का मजबूत पक्ष भी कर्जतकर ने जाना. कर्जतकर पार्टी के वरिष्ठों को रिपोर्ट सौंपेंगे.
* इन मुद्दों पर हुआ संवाद
पार्टी सूत्रों की माने तो डॉ. पाटिल के प्रति नाराजगी के साथ ही उन्हें दूसरे नंबर के वोट अधिक मात्रा में कैसे दिए गए, डेढ हजार मतपत्रिका को कोरी क्यों छोडी गई? वोट कम दिए गए या किसी के कहने पर ऐसा किया गया? इन मुद्दों पर कर्जतकर व्दारा चर्चा किए जाने की जानकारी हैं.

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