कौंडण्यपुर में धूमधाम से शुरु हुई कार्तिक मास यात्रा
समूचे विदर्भ क्षेत्र से उमड रही भाविकों की भीड
अमरावती/दि.27 – विदर्भ का पंढरपुर कहे जाते श्री क्षेत्र कौंडण्यपुर में इस समय बडी धूमधाम के साथ कार्तिक मास यात्रा चल रही है. जिसमें समूचे विदर्भ क्षेत्र से भाविक श्रद्धालुओं की भीड उमड रही है तथा विविध क्षेत्रों से पालकियों व दिंडियों का आगमन हो रहा है. कार्तिक यात्रा के निमित्त भगवान श्री विठ्ठल-रुख्मिणी का कौंडण्यपुर में ढाई दिनों के लिए वास्तव्य रहता है, ऐसी श्रद्धा है. इसी के चलते दूर-दराज रहने वाले वारकरियों की दिंडी कार्तिक पूर्णिमा पर कुर्हा पहुंचकर रिंगण करते हुए कौंडण्यपुर की ओर आगे बढती है. जिनके भोजन व निवास की व्यवस्था वामनराव दिवे चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा की जाती है.
उल्लेखनीय है कि, पौराणिक मान्यता के अनुसार कौंडण्यपुर को चार युगो से अस्तित्व में रहने वाला पुरातन नगर माना जाता है. जिसमें से रुख्मिणी हरण का संदर्भ चिरपरिचित है और मान्यता है कि, भगवान श्रीकृष्ण ने यहीं पर स्थित अंबिका मंदिर से रुख्मिणी का हरण किया था. इसके साथ ही कौंडण्यपुर को राजा दशरथ की माता रानी इंदुमति व विदर्भ कन्या दमयंती का मायका और प्रभूराम की भक्त शबरी का जन्मस्थान माना जाता है. इसके चलते कौंडण्यपुर का धार्मिक व पौराणिक महत्व है.