परतवाडा/ दि. 2- सावन माह में विविध नदियों का पानी कावड में भरकर भगवान शिव के स्वरूप शिवलिंग की पूजा-अर्चना के साथ कावड में लाए पानी से जलाभिषेक करने की प्रथा है. पुरातन काल से चली आ रही इस प्रथा को आज भी शिवभक्त पूरी श्रध्दाभाव से निभाते हुए कावड यात्रा का आयोजन करते है. इस यात्रा में अब महिला और भक्तों ने भी हिस्सा लेते हुए हाल ही में परतवाडा परिसर से कावड यात्रा निकालकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. हर-हर महादेव के जयकारे संग महिलाओं ने कावड यात्रा निकाली. हर-हर महादेव, बम-बम भोले , बोलो शंभु महादेव का जयघोष शिवभक्तों में शक्ति का संचार करता है. इसी जयघोष और भजनों के साथ महिलाओं ने सोमवार को सोमप्रदोष दिवस पर कावड यात्रा निकाली. परतवाडा शहर से निकली यह कावड यात्रा महिला शिवभक्तों के साथ वारकरी, भजनी मंडलों के ताल-मृदंग की धुन पर भजन गाते हुए शहर में दाखिल हुई. कावड यात्रा में शहर की 50 महिलाओं का सहभाग रहा. भगवान शिव से अच्छी बारिश हो, किसान सघन बने, हर घर में खुशहाली आए ऐसी कामना की गई. परतवाडा के हरदे व खोडे परिवार की महिलाओंं ने कावड यात्रा का आयोजन किया था. सुबह 7 बजे त्रिवेणी संगम के पास कावड की विधिवत पूजा की गई. पश्चात सभी महिला शिव भक्तों ने तांबे के दो कलश में जिसे जरी के कपडे से सजाया गया था. उसमें त्रिवेणी संगम से पानी भरकर लाया था. इस कलश में समुंदर के साथ नर्मदा, गंगा, गिरणा नदी का पानी भी भरा गया. महिलाओं द्बारा निकाली गई इस कावड यात्रा से पूरा परिसर भक्ति के रंग में रंग गया था. हर-हर महादेव, शिवाय नमस्तुत्य, ओम नम: शिवाय का जाप करते हुए त्रिवेणी संगम से आरंभ कावड यात्रा अमिनाथ में समाप्त हो गई. इस समय नीता हरदे, प्रीती खोडे,श्रध्दा हरदे, बबली हरदे, रेणुका हरदे आदि उपस्थित थे.