नागपुर/दि.1– नागपुर मध्यवर्ती कारागृह में पैसे लेकर गांजा पहुंचाने वाले रैकेट का पुलिस ने भांडा फोड किया हैं. इस रैकेट में कारागृह के ही दो जवान शामिल थे. उनके साथ कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया हैं.
जानकारी के मुताबिक जिन जवानों पर मामला दर्ज किया गया हैं उनके नाम अजिंक्य राठोड व प्रशांत राठोड हैं. जबकि कैदियों में निशिद वासनिक, वैभव तांडेकर, श्रीकांत थोरात, गोपाल पराते और राहुल मेंडेकर हैं. पुलिस ने दोनो जवान सहित कैदी श्रीकांत, गोपाल और राहुल को गिरफ्तार कर लिया हैं. बताया जाता है कि निशिद व वैभव इस रैकेट के मुख्य सूत्रधार थे. निशिद करोडों के जालसाजी प्रकरण में पिछले दो साल से जेल में हैं. उसने अपने रैकेट के लिए अजिंक्य और प्रशांत राठोड से हाथ मिलाया था. इन जवानों को निशिद व वैभव अपने अन्य कैदियों के लिए बाहर से गांजा, खाद्य पदार्थ, कपडे और पैसे लाने के लिए कहते थे. कारागृह के यह जवान कुछ दिन पूर्व ही जेल से रिहा हुए श्रीकांत, गोपाल और राहुल को बोला हुआ सामान लाने के लिए कहते थे. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार को इस रैकेट की जानकारी मिली पश्चात उन्होंने अपराध शाखा का दल व सायबर सेल की सहायता से जांच शुरु की और रैकेट का भंडाफोड किया.
* सामान के थे रेटकार्ड
पिछले एक माह से यह सिलसिला शुरु था. पुलिस आयुक्त व्दारा दी गई जानकारी के मुताबिक बाहर से कारागृह में सामान लाने के रेटकार्ड भी निश्चित किए गए थे. गांजा लाने के 5 हजार, खाद्य पदार्थ के 2-3 हजार और कपडे व स्वेटर लाने के 1 हजार रुपए लिए जाते थे.
* जेल में फिर मोबाइल
कारागृह में गांजा बरामद होने के बाद पुलिस ने गहन जांच की तब मोबाइल का इस्तेमाल होता रहने की बात स्पष्ट हुई थी. पश्चात वापस कारागृह में मोबाइल पहुंचना यह चिंताजनक बात हैं. कारागृह से सिमकार्ड ऑपरेट होता रहने की बात इससे स्पष्ट हुई हैं. लेकिन पुलिस को मोबाइल नहीं मिला हैं.