खालसा ग्रुप ने किए बीदर गुरूद्बारा नानक झिरा साहिब के दर्शन
अरदास कर, दिया लंगर सेवा में योगदान
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अमरावती/ दि. 23– स्थानीय खालसा ग्रुप के सदस्यों ने श्रध्दा और भक्ति के साथ गुरूद्बारा नानक झिरा साहिब के दर्शन किए और कीर्तन सुनकर अरदास कर लंगर सेवा में योगदान दिया.
उल्लेखनीय है कि गुरूद्बारा नानक झिरा साहिब यह पवित्र स्थल सिख्खों के प्रथम गुरू श्री गुरूनानक देवजी की चरण छाया से जुडा हुआ है. यहां दूर- दूर से श्रध्दालु दर्शन करने के लिए आते हैं. झिरा साहिब प्रबंधन द्बारा खालसा ग्रुप के सदस्यों का स्वागत किया गया और उन्हें इस तीर्थस्थल के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी दी गई . खालसा ग्रुप के सदस्यों ने बताया कि धन-धन गुरूनानक देवजी की शिक्षाएं हमें सेवा, विनम्रता और प्रेम का मार्ग दिखाती है. इस पवित्र स्थान के दर्शन कर हमें अपार शांति की अनुभूति हुई हैं.
गुरूनानक झिरा साहिब बीदर सिख समुदाय के लिए अत्यंत पूजनीय स्थान है. गुरूनानक देवजी ने जल संकट से जूझ रहे यहां के निवासियों को राहत देने के लिए एक पवित्र झरने की कृपा की थी. यह यात्रा श्रध्दालुओं के लिए आध्यात्मिक उर्जा और गुरूबाणी की प्रेरणा लेकर आयी है. खालसा ग्रुप के सदस्यों ने आगे भी इस प्रकार गुरूद्बारों की यात्रा और सेवा कार्य जारी करने की इच्छा व्यक्त की है. इस यात्रा मेें खालसा ग्रुप के सदस्य अमर ज्योतसिंग बग्गा, दिलीप सिंग बग्गा, सतपाल सिंग बग्गा, रविन्द्र सिंघ सलुजा ( बिट्टू वीरजी), गुरूविंदर सिंघ बेदी, राजेंद्र सिंघ सलुजा, अमरजित सिंघ जुनेजा, दिनेश सचदेवा, हरेन्द्रपाल सिंघ ओबेराय, राज सिंघ छाबडा, नरेंद्र सिंघ साबी, नमनदीप सिंघ सलूजा, गुरूजस सिंघ सलूजा, रानी कौर सलूजा, सुखप्रीत कौर सलूजा ने सहभाग लिया.