-
पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर (Yashomati Thakur) ने दिए बैंक को निर्देश
अमरावती/दि.३० – खरीफ फसल वितरण का इस बार प्रमाण ५८ फीसदी के ऊपर पहुंच गया है. यह प्रमाण सर्वाधिक है,जिसमें वितरण प्रक्रिया में अधिक से अधिक किसानों का समावेश किए जाने के लिए सतत प्रयत्न करते हुए रब्बी फसल कर्ज वितरण का भी परिपूर्ण नियोजन करें ऐसे निर्देश जिले की पालकमंत्री व राज्य की महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने बैंक को दिए.
एड. यशोमति ठाकुर ने आगे कहा कि कोरोना संकट काल में विविध क्षेत्रों के समक्ष नए-नए आहवान खडे रहते है. जिसे मात करने के लिए प्रयत्न किए जा रहे है. अभी किसान परेशानी में है इन किसानों को पर्याप्त मात्रा में और सहज कर्ज उपलब्ध हो इस दृष्टि से महात्मा ज्योतीराव फुले शेतकरी कर्ज मुक्ति योजना भी प्रभावी तरिके से राज्य में चलायी जा रही है. महात्मा ज्योतीराव फुले कर्ज मुक्ति योजना में १ लाख ९ हजार ७७६ किसानों के खातों में योजना द्वारा ७९३.९१ करोड रुपए का निधि जमा कराया गया है. पिछले पांच वर्षो में यह सर्वाधिक कर्ज वितरण की रकम है.
इस बार खरीफ कर्ज वितरण में अलाहबाद बैंक की ओर से १० करोड १८ लाख, आंध्र बैंक की ओर से ८४ लाख, बैंक ऑफ बडोदा की ओर से २४ करोड ६८ लाख, बैंक ऑफ इंडिया की ओर से २० करोड १५ लाख, बैंक आफ महाराष्ट्र की ओर से २०१ करोड ८४ लाख, केनरा बैंक की ओर से ५ करोड १० लाख, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से १३४ करोड २६ लाख, कार्पोरेशन बैंक की ओर से १५ लाख, इंडियन बैंक की ओर से ८ करोड २४ लाख. उसी प्रकार इंडियन ओव्हसीज बैंक की ओर से ३ करोड, पंजाब नेशनल बैंक की ओर से ८ करोड ९१ लाख, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से १७४ करोड ५४ लाख, यूको बैंक की ओर से ३ करोड १२ लाख, यूनियन बैंक की ओर से ४० करोड ५२ लाख का कर्ज वितरण किया गया. ऐसी जानकारी जिला उपनिबंधक संदीप जाधव द्वारा दी गई. महात्मा फुले शेतकरी कर्ज मुक्ति योजना का लाभ जिन किसानों को नहीं मिल पाया वे अपने आधार अपडेट करे इसके पश्चात संबंधित विभाग से संपर्क साधे. तथा उन्हें सीएससी केंद्र के माध्यम से आधार का काम पूर्ण करें. सभी किसानों के लिए रब्बी पीक कर्ज योजना का परिपूर्ण नियोजन करने के निर्देश पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने इस समय दिए.