तीन हजार हेक्टेअर में नहीं उगी खरीफ की फसलें
बीज ही अंकुरित नहीं हुए, कृषि विभाग को मिली 52 शिकायतें
अमरावती /दि.29– इस बार खरीफ के सीजन मेें बुआई करने के बाद बीजों के अंकुरित नहीं होने से संबंधित 52 शिकायतें कृषि विभाग के पास पहुंची है. जिसमें से 46 शिकायतें महाबीज से संबंधित है. ऐसे में संबंधित किसानों को उनकी रकम वापिस मिलने हेतु महाबीज द्बारा वरिष्ठों के पास प्रस्ताव भेजे जाने की जानकारी कृषि विभाग द्बारा दी गई है.
बता दें कि, इस बार खरीफ के सीजन में मानसून का आगमन करीब तीन सप्ताह की देरी से हुआ. जिसके बाद बारिश में खंड पड गया. 6 जुलाई से कुछ हद तक बारिश की झडी शुरु होने पर किसानों ने बुआई करनी शुरु की. परंतु इसमें से बीज सदोष रहने के चलते बीजों के अंकुरित नहीं होने की 52 शिकायतें तहसील कृषि अधिकारी कार्यालय के पास पहुंची है. जिसमें से 46 शिकायतें महाबीज द्बारा उत्पादित सोयाबीन के बीजों से संबंधित है. ऐसी जानकारी सामने आयी है. इन शिकायतों के पंचनामे संबंधित कंपनियों के प्रतिनिधियों के सामने कृषि विभाग द्बारा किए गए है.
इस संदर्भ में जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी द्बारा जानकारी देते हुए बताया गया कि, गत वर्ष बीजों के अंकुरित नहीं होने को लेकर कृषि विभाग को सर्वाधिक शिकायतें प्राप्त हुई थी. जिसके बाद कई किसानों को बीज और कंपनियों की ओर से रकम प्रदान की गई थी. उसके अलावा कुछ मामलों में किसानों ने पुलिस थानों में भी शिकायत दर्ज कराई थी. वहीं गत वर्ष की तुलना में इस बार प्राप्त हुई शिकायतों का प्रमाण बेहद अत्यल्प है.
* साढे 6 लाख हेक्टेअर में हुई है खरीफ की बुआई
इस बार खरीफ के सीजन में 6.80 लाख हेक्टेअर का प्रस्तावित बुआई क्षेत्र था. जिसकी तुलना में 6.50 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुआई हुई है. इसमें से करीब 3 हजार हेक्टेअर क्षेत्र में बीजों के अंकुरित नहीं होने की शिकायतें सामने आयी है.
* 52 किसानों से मिली है शिकायतें
खरीफ सीजन में बीजों के अंकुरित नहीं होने को लेकर 52 किसानों ने कृषि विभाग के पास शिकायत की है. इसमेें सर्वाधिक शिकायतें सोयाबीन बीजों के अंकुरित नहीं होने से संबंधित है.
* सभी शिकायतों के हुए पंचनामें
कृषि विभाग के पास पहुंची सभी शिकायतों के पंचनामें हो चुके है. जिसमें 46 शिकायतों में पथक द्बारा यह निष्कर्ष निकाला गया कि, सदोष बीजों की वजह से सोयाबीन की फसलें अंकुरित नहीं हो पायी.
* नुकसान भरपाई कब मिलेगी?
बीज कंपनी स्तर पर कुछ किसानों को नुकसान भरपाई दी गई. इसके अलावा महाबीज कंपनी ने इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों के पास एक पत्र भी भेजा है.
* शिकायत कहां व कैसे करें?
बीज अंकुरित नहीं होने से संबंधित शिकायत तहसील कृषि अधिकारी, पंस कृषि अधिकारी व जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी के पास की जा सकती है.
* सभी शिकायतों पर जांच पूर्ण
इस बार खरीफ सीजन में बीजों के अंकुरित नहीं होने को लेकर 52 शिकायतें प्राप्त हुई थी. इन सभी शिकायतों को लेकर आवश्यक पडताल की जा चुकी है. जिसमें पता चला कि, 40 मामलों में सोयाबीन के बीजों में अंकुरण क्षमता ही नहीं थी.
– राहुल सातपुते,
जिला अधीक्षक, कृषि अधिकारी.