* कृषि विभाग की बुआई में जल्दबाजी न करने की अपील
अमरावती/दि.22 – जिले समेत विदर्भ में मानसून की दस्तक के बाद विदर्भ में खरीफ की बुआई शुरु हो गई. हालांकि अभी तक सार्वत्रिक अच्छी बारिश नहीं बरसी है. जिले के कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टी हुई लेकिन कई क्षेत्रों में अभी भी दमदार बारिश की प्रतिक्षा की जा रही है. दूसरी ओर जिन क्षेेत्रों में पहली दमदार बारिश बरसी है, ऐसे क्षेत्रों में किसानों ने खरीफ की बुआई शुरु कर दी है. जिले के नांदगांव खंडेश्वर तहसील अंतर्गत फुल आमला निवासी किसान विजय नाईक ने बताया कि, उनके परिसर में पहली दमदार बारिश से जमीन में पर्याप्त नमी है. जिससे उन्होंने आज कपास की बुआई शुरु कर दी है.
इस वर्ष भी जिले में सोयाबीन व कपास का पेरा सर्वाधिक रहेगा. जिसके लिए बीज व खाद उपलब्ध कराने के नियोजन में कृषि विभाग व्यस्त है. जब तक 100 मिली मिटर बारिश नहीं होती, तब तक जमीन में बुआई के लिए पर्याप्त नमी नहीं आती इसलिए बुआई की जल्दबाजी नहीं करने की सलाह कृषि विभाग द्बारा दी जा रही है. दूसरी ओर कपास उत्पादक किसानों ने पहली बारिश बरसते ही बुआई शुरु कर दी है.
* तो दुबार बुआई का संकट
अभी मानसून सक्रिय हुआ है, लेकिन अपेक्षा अनुरुप बारिश नहीं बरसी है. ऐसे में यदि बुआई की जल्दबाजी होती है, तो फिर आगे दुबार बुआई के संकट का सामना करना पड सकता है. इस वर्ष खाद व बीज के दाम बढ गये है. डीएपी खाद की बोरी 1350 रुपए व सोयाबीन बीज 3 हजार 200 से 4 हजार रुपए प्रति 30 किलो तथा कपास बीज की 450 ग्रॅम की थैली 767 से 810 रुपए में बिक रही है. ऐसे में यदि दुबार बुआई करना पडे, तो किसानों पर अधिक बोझ बढेगा. इसलिए जब तक अच्छी बारिश नहीं, होती तब तक बुआई टालने की अपील कृषि विभाग कर रहा है.