खरीप की तैयारी : कृषि केेंद्रों पर किसानों की भीड
डीएपी 1,350 रुपए, सोयाबीन बीज 3,200 से 4,000
* कपास बीज 810 में 450 ग्रॅम
* इस वर्ष बीज व खाद का पर्याप्त नियोजन- कृषि विभाग
अमरावती/दि.10– इस वर्ष का खरीप मौसम चंद दिनों पर है. मृग नक्षत्र आरंभ होते ही किसानों ने खाद व बीज की खरीदी शुरु कर दी है. जिले में इस वर्ष भी सोयाबीन व कपास की बुआई सर्वाधिक होगी. जिसकी तैयारी किसानों ने शुरु कर दी है. इस वर्ष बाजार मेें सोयाबीन बीज की 30 किलो कीबैग 3,200 रुपए से 4 हजार रुपए तक के दाम पर उपलब्ध है. कपास बीज की 450 ग्रॅम वजन वाली थैली 767 रुपए से 810 रुपए तक के दाम पर उपलब्ध है. डीएपी खाद की कीमत 1,050 रुपए से बढ गई है. जिससे डीएपी खाद की 50 किलो की बोरी जो पहले 1,200 रुपए में मिलती थी, वह अभी 1,350 रुपए में बिक रही है, ऐसी जानकारी शहर के कॉटन मार्केट परिसर स्थित किसान कृषि केंद्र के संचालकों ने दी. इन दिनों शहर के कृषि केंद्रों पर खाद व बीज खरीदने के लिए किसानों की भीड उमडना शुरु हो गया है. वहीं जब तक 100 मिली मिटर बारिश बरसकर जमीन में पर्याप्त नमी पैदा नहीं होती, तब तक बुआई की जल्दबाजी नहीं करने की सलाह किसानों को कृषि विभाग द्बारा दी जा रही है.
* कृषि केंद्रों पर रेट/स्टॉक बोर्ड अनिवार्य
कृषि विभाग ने खरीप मौसम का नियोजन करते हुए बोगस खाद व बीज बेचने वाले कृषि केंद्रों पर कार्रवाई के लिए उडन दस्तों का गठन किया है. सभी कृषि केंद्रों को दूकानों में रेट बोर्ड व स्टॉक बोर्ड डेली अपडेट करने के निर्देश जारी किये है. खाद व बीज की उपलब्धता की डेली जानकारी अपडेट नहीं करने वालों कृषि केंद्रों पर कार्रवाई की जाएंगी. उसी प्रकार अधिक कीमत पर खाद व बीज बेचना, किसी विशिष्ट वस्तुओं की खरीदी पर जोर देना कृषि केंद्रों को महंगा पडेगा. कृषि विभाग द्बारा सभी कृषि केंद्रों की सुक्ष्म निगरानी की जा रही है. ऐसी जानकारी भी कृषि विभाग ने सांझा की.
* घरेलू बीजों का इस्तेमाल करें
किसानों ने खरीप के मौसम में सोयाबीन की बुआई की जल्दबाजी करना नुकसानदायक साबित होगा. जब तक 75 से 100 मिली मिटर बारिश नहीं बरसती, तब तक बुआई नहीं करने का आवाहन कृषि आयुक्त ने किया. सोयाबीन की बुआई करते वक्त घरेलू बीजों का इस्तेमाल करें, बुआई से पहले घरेलू सोयाबीन बीज को 3 ग्रॅम थायरम की बुरशीजन्य रोगों से संरक्षण के लिए बीज प्रक्रिया करें, रायझोबियम व पीएसबी जिवाणू संवर्धक 200 से 250 ग्रॅम प्रति 10 से 15 किलो बीज में बुआई के 3 घंटे पहले मिश्रीत कर बीज को छाव में सुखाये, उसके बाद बुआई करें, बुआई करते वक्त बीज जमीन में 3 से 4 सेंटीमिटर अंदर तक डाला जाये, आदि सुझाव कृषि विभाग द्बारा दिये गये है.
* प्रति एकड 10 हजार लागत- किसान
खरीप की तैयारी में व्यस्त किसान कृषि केंद्रों से खाद व बीज की खरीदी कर रहे है. जिले के बिचोरी निवासी किसान धोटे ने बताया कि, किसानों को प्रति एकड 10 हजार रुपए का बुआई खर्च आता है. बीज, खाद से लेकर कीटक-नाशक व फसल की देखभाल पर भी खर्च बढ गया है. उस हिसाब से फसल का उत्पादन नहीं हुआ या कम दाम मिले, तो फिर लागत भी नहीं निकलती, फिर भी किसान हर वर्ष अच्छी फसल की उम्मीद रखकर तैयारी करता है. आगे सबकुछ मौसम पर निर्भर रहने की बात भी किसान धोटे ने कहीं.