अमरावती

16 दिसंबर से खरमास की शुरुआत

एक माह के लिए विवाह मुहुर्त पर लगेगा ब्रेक

अमरावती/दि.14 – पिछले दो सालों से कोरोना महामारी की पार्श्वभूमि पर सभी सार्वजनिक समारोह पर पाबंदिया लगा दी गई थी. सीमित स्वरुप में ही शुभकार्य व वैवाहिक कार्य किए जा रहे थे. किंतु अब कोरोना की तीव्रता कम होने के पश्चात व जनजीवन सामान्य होेने के पश्चात शुभ कार्यो की शुरुआत कर दी गई है.
16 दिसंबर से खरमास की शुुरुआत होने जा रही है जिसमें एक मास तक शुभकार्यो व विवाह मुहुर्तो पर ब्रेक लगेगा. नए साल 2022 में 15 जनवरी से पुन: विवाह मुहुर्त एंव शुभ कार्यो के लिए मुहुर्त की शुरुआत होगी. नए साल में 8 महीनों तक विवाह होंगे. इस अवधी में 87 दिन विवाह मुहुर्त होने से इस व्यवसाय से जुडे व्यवसायियों में हर्ष की लहर व्याप्त है.

अक्षय तृतीया को सर्वाधिक विवाह

अक्षय तृतीया के मुहुर्त को अभूज मुहुर्त कहा गया है. इस दिन विवाह मुहुर्त निकालने की आवश्यता नहीं होती. अक्षय तृतीया पर सर्वाधिक विवाह संपन्न करवाए जाते है इसके साथ ही मोक्षदा एकादशी का मुहुर्त पर भी खरीददारी के लिए शुभ माना जाता है. इस साल का अंतिम पुष्य नक्षत्र योग 21-22 दिसंबर को है. जबकि नए साल के पहले 18 जनवरी को भौम पुष्य योग रहेगा. इन दिनों में की जाने वाली खरीदी को शुभ माना जाता है. इसलिए मंगलवार व बुधवार को खरीदी के लिए भीड रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है.

ओमिक्रॉन को लेकर शासन ने जारी किए सख्त आदेश

फिलहाल कोरोना की तीव्रता लगभग खत्म हो चुकी है. किंतु नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर विवाह समारोह में चिंता जताई जा रही है. ओमिक्रॉन के अनेको मरीज पाए जाने पर शासन व्दारा सख्त निर्देश जारी किए गए है. किंतु फिर भी बाजारों में लापरवाही दिखाई दे रही है लोग बेधडक होकर घूम रहे है.

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