अमरावती

खिलवाड : डफरीन परिसर में रहता है गंदगी का आलम

जिला मलेरिया विभाग में जाने होती है सभी को परेशानी

* सफाई कर्मियों व्दारा मेस की झूठन फेंके जाने से फैली रहती है दुर्गंध
* सूअरों की रहती है सुबह से भरमार, मरीजों के स्वास्थ्य को खतरा
अमरावती/दि.15- शहर के जिला महिला अस्पताल (डफरीन) में शहर समेत जिले के सैेंकडो मरीज हर दिन आते हैं. अस्पताल समेत परिसर को स्वच्छ रखना यह नियम है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते डफरीन परिसर में गंदगी का आलम है. यहां कार्यरत सफाईकर्मी पूरे कचरे समेत मेस की झूठन जिला मलेरिया विभाग की तरफ जानेवाले मार्ग के मोड पर कंटेनर के पास खुले में फेंक देते हैं. स्वच्छता के अभाव में इस कंटेनर के आसपास गंदगी का साम्राज्य और बदबू फैली रहती है. साथ ही सूअरों की भरमार रहती है. एक तरह से यह अस्पताल प्रशासन ही मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड कर रहा है. जिससे नागरिकों में तीव्र रोष व्याप्त है.
वर्तमान में बारिश का मौसम जारी है ऐसे में संक्रामक बीमारियां फैलने का डर लगा रहता है. स्वच्छता के अभाव में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया समेत अन्य बीमारियां फैलने की भी संभावना रहती है. शहर के सरकारी और निजी अस्पताल मरीजों से हाउसफुल चल रहे है. मनपा व्दारा रोगों की रोकथाम के लिए नागरिकों को अपने परिसर स्वच्छ रखने की सूचना दी जा रही है. लेकिन ‘स्वच्छ अमरावती, सुंंदर अमरावती’ का ढिंढोरा पिटने वाले मनपा प्रशासन का ध्यान सरकारी अस्पतालों की तरफ नहीं है. मनपा क्षेत्र के पांचों जोन में दिखावा करने के लिए प्लास्टिक पन्नी जब्ती और हर दुकानदारों को गीला और सूखा कचरा जमा करने डस्टबीन रखने की सूचना देते हुए जनजागरण करने की नौटंकी की जाती है. अनेक बार इस अभियान के तहत दुकानदारों पर दंडात्मक कार्रवाई भी की जाती है. लेकिन सरकारी अस्पतालों की तरफ स्वच्छता को लेकर कोई ध्यान नहीं है. मनपा प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद में है. अस्पताल में आनेवाले मरीजों के सामने सरकारी अस्पतालों में सेवा देने वाले डॉक्टर और कर्मचारी मुंह पर मास्क लगाकर साफ सुथरा रहने का दिखावा करते हैं. वहीं जिला महिला अस्पताल के प्रवेशव्दार से कुछ दूरी पर ही गंदगी का साम्राज्य है और वहां पर पूरा दिन सूअर मंडराते रहते है. गंदगी के साथ चारों तरफ फैली बदबू और जगह-जगह गढ्ढों मेें पानी भरा रहने से मक्खी और मच्छर की भरमार रहती है. मरीजों के साथ आए रिश्तेदारों के लिए यहां पर शौचालय भी उपलब्ध है. लेकिन बदबू और गंदगी के कारण इन शौचालयों में कोई नहीं फटकता दिखाई देता. काफी समय से यह सभी शौचालय बंद पडे है. अस्पताल के सफाईकर्मी अस्पताल का पूरा कचरा यहीं पर लाकर सुबह के समय फेंक देते हैं. इसके बावजूद यहां कार्यरत अधीक्षक व्दारा भी कोई कदम उठाए नहीं जाते. इसी मार्ग से सुपरस्पेशालीटी अस्पताल और जिला मलेरिया विभाग में हर दिन सैंकडो मरीजों का आना-जाना लगा रहता है. गंदगी फैली रहने से उनके स्वास्थ्य के साथ जिला अस्पताल प्रशासन खिलवाड करता नजर आ रहा है. ‘तेरी भी चुप, मेरी भी चुप’ कहावत की तरह संबंधित अधिकारी आंख बंद किए बैठे है. लेकिन स्वच्छता को लेकर कोई उपाययोजना करने तैयार नहीं है.

* अनेक बार की गई शिकायत
डफरीन के प्रवेशव्दार तरफ जिला महिला अस्पताल की तरफ जाने का मार्ग और दूसरी तरफ सुपरस्पेशालिटी अस्पताल और जिला मलेरिया विभाग की तरफ जाने का मार्ग है. इसी मार्ग के मोड पर मनपा का कचरे का कंटेनर रखा गया है. इसी कंटेनर में अस्पताल का कचरा फेंका जाता है. हर दिन सफाई का अभाव रहने से यहां कचरे का ढेर रहता है, साथ ही सुबह के समय मेस की पूरी झूठन लाकर फेंके जाने से सूअर मंडराते है. जिला मलेरिया विभाग में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों को यहां से गुजरते समय नाक बंद कर जाना पडता है. मरीजों और उनके रिश्तेदारों को भी सफाई के आभाव में काफी परेशानी होती है.

* सडक से सटी घनी झाडियां भी
जिला मलेरिया विभाग और सुपरस्पेशालिटी की तरफ जानेवाले मार्ग पर बारिश के दिनों में स्वच्छता के अभाव में झाडियां काफी हो गई है. यहां आसपास घने पेड रहने से और नालियां भी लबालब रहने के कारण साप निकलने का डर भी बना रहता है. मनपा व्दारा क्षेत्र की तत्काल सफाई कर कंटेनर को दूसरे स्थान पर रखने की मांग की जाने लगी है.

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