पश्चिम विदर्भ की तरक्की के लिए खोडके विधायक
किंग मेकर रहे हैं राकांपा दिग्गज

* समर्थक गदगद, शाम में जल्लोष
अमरावती/ दि. 17- संजय खोडके को पार्टी ने पश्चिम विदर्भ के विकास के वृहद लक्ष्य को लेकर उच्च सदन में मनोनीत करने का निर्णय किया है. वे संभाग मुख्यालय के दिग्गज लीडर हैं. अब तक किंग मेकर की भूमिका रखनेवाले और अधिकांशत: पर्दे के पीछे रहकर प्रभावी और निर्णायक कार्य करनेवाले संजय खोडके के विधायक बनने से अमरावती में सभी प्रसन्न हो गये हैं. उनके समर्थकों की बांछे खिल गई है. बता दे कि खोडके ने महापालिका और सहकारिता क्षेत्र में कार्य कर बहुतों को उच्च पदों पर आसीन किया.
मार्डीकर प्रसन्न, विदर्भ विकास का लक्ष्य
उल्लेखनीय है कि संजय खोडके से पहले राकांपा ने सुलभा खोडके को विदर्भ सिंचाई निगम की उपाध्यक्ष बनाया था. उस समय भी पार्टी का लक्ष्य विदर्भ विकास रहा. विशेषकर यहां के सिंचाई प्रकल्पों का अनुशेष दूर करने की प्लानिंग रही. मनपा के स्थायी समिति अध्यक्ष रह चुके अविनाश मार्डीकर ने साहेब के विधायक बनने पर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त की. मार्डीकर ने कहा कि निश्चित ही पार्टी ने विदर्भ विकास का बडा लक्ष्य लेकर खोडके को उच्च सदन में भेजा है. खोडके के पास विजन है. नियोजन हैं. कार्यानुभव प्रगाढ हैं. ऐसे में पश्चिम विदर्भ का न केवल अनुशेष दूर होगा. अपितु विकास की नई परियोजनाएं यहां साकार होगी.
* शोध प्रतिष्ठान के अध्यक्ष
संजय खोडके ने 2010 से राकांपा में राज्यस्तर पर अनेक पदों पर कार्य कर चुके हैं. उन्हें राज्य विधानमंडल के संयोजक के रूप में प्रदीर्घ तीन दशकों का अनुभव है. अमरावती में शोध प्रतिष्ठान के माध्यम से सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झडी लगानेवाले खोडके के इस प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हैं. उसी प्रकार कृषि मित्र प्रतिष्ठान के भी अध्यक्ष हैं.
* शायद ही टूटे यह कीर्तिमान
संजय खोडके ने राज्य बीज निगम के क्षेत्र अधिकारी के रूप में काम शुरू किया था. उन्हें मंत्रालय में नियुक्ति प्राप्त हुई. उपरांत 1992 से विधानमंडल में समन्वयक के रूप में सतत कार्यरत हैं. आज तक वे इस पद पर कार्यरत हैं. उनका यह प्रदीर्घ कीर्तिमान बना है. जानकार बताते हैं कि यह रिकार्ड कदाचित ही टूटे.