अमरावती

बडे भाई को अपमानित करने पर कर डाली हत्या

तीनो हत्यारों को 12 तक पुलिस कस्टडी

* कृष्णा इसल की सावजी ढाबे पर हत्या का मामला
अमरावती/दि.11 – स्थानीय बडनेरा बायपास मार्ग स्थित सावजी ढाबे पर चायना चाकू से महेश कालोनी निवासी कृष्णा ज्ञानेश्वर इसल नामक युवक की बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आया. बडनेरा पुलिस ने सोमवार के दिन यश संगेले, ऋषभ ठाकरे और सर्वज्ञ वर्हाडे नामक तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अदालत में पेश करने पर तीनों आरोपियों को अदालत ने 12 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिए है. इस दौरान आरोपियों ने अपराध कबूल करते हुए बताया कि, कृष्णा का यश संगेले के साथ विवाद हुआ था. कृष्णा ने संगेले के बडे भाई को लेकर अपशब्दों का उपयोग किया. इसी बात पर हुए विवाद में चायना चाकू से हत्या की है.
कृष्णा ज्ञानेश्वर इसल (19, महेश कालोनी) यह चायना चाकू के हमले में मरने वाले युवक का नाम है. यश संगेले (22, अंबा विहार), रिषभ ठाकरे (25, देशपांडे प्लॉट), सर्वज्ञ वर्हाडे (19, अंबा विहार) यह हत्या के अपराध में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम है. अदालत ने तीनों को 12 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिए है. मिली जानकारी के अनुसार रविवार की शाम 6.30 बजे तीनों दोस्त महेश कालोनी से कृष्णा इसल के घर पहुंचे. उसे अपने साथ लेकर बडनेरा बायपास रोड स्थित सावजी ढाबे पर भोजन करने के लिए आए. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चारों दोस्तों ने पहले शराब पी. उसके बाद भोजन कर रहे थे. इसी बीच कृष्णा इसल का यश संगेले के साथ विवाद हुआ. कृष्णा ने यश संगेले के बडे भाई के बारे में कुछ अपशब्दों का उपयोग किया. इसी वजह से दोनों के बीच हुए विवाद में यश ने कृष्णा के साथ पहले हाथापायी की और फिर अपने पास से चायना चाकू निकालकर कृष्णा जांघ पर मार दिया.
हमले में कृष्णा खून से लथपथ होकर नीचे गिर गया, यह देखकर तीनों दोस्त घबरा गए और कहने लगे कि, अब कृष्णा के घर वालों को क्या बताएंगे. इस चिंता में तीनों के कृष्णा के पिता ज्ञानेश्वर इसल को फोन पर सूचना दी कि, कृष्णा दुर्घटना में घायल हो गया है. रात 9.30 बजे पहले ज्ञानेश्वर इसल को हेगडेवार के अस्पताल में बुलाया. ज्ञानेश्वर इसल जब हेगडेवार अस्पताल पहुंचा, तो इसी बीच तीनों दोस्तों ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि, कृष्णा को बडनेरा के रिम्स अस्पताल ले गए है. तब उसके पिता ज्ञानेश्वर तत्काल रिम्स अस्पताल पहुंचे. वहां ओपीडी में कृष्णा खून से लतपथ अवस्था में बेहोश पडा था. उसके दोस्त यश संगेले, रिषभ ठाकरे और सर्वज्ञ वर्हाडे अस्पताल से भाग निकले. डॉक्टरों ने कृष्णा को अमरावती जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी. तब उसके पिता ज्ञानेश्वर तत्काल एम्बुलेंस द्बारा कृष्णा को इर्विन अस्पताल लेकर आए. जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद कृष्णा को मृत घोषित किया. तब सोमवार को ज्ञानेश्वर इसल ने पुलिस थाने में मामले की शिकायत दी. इस पर पुलिस ने सबसे पहले सर्वज्ञ वर्हाडे को गिरफ्तार करने के बाद रिषभ व यश को गिरफ्तार करने में सफलता पायी. पुलिस मामले की आगे तहकीकात कर रही है.

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