अमरावती

किन्नर गुरु शीतल नायक ने श्रीराम मंदिर निर्माण में दिया योगदान

मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति को सौंपे 11 हजार रुपए

धामणगांव रेलवे प्रतिनिधि/दि.22  – अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य दिव्य मंदिर निर्माण कार्य शुरु है. इस भव्य मंदिर के निर्माण में देशभर से निधि संकलन की जा रही है. जिसमें देश-विदेश से करोडो रुपए समर्पण निधि के नाम से जमा हो रहे है सभी देशवासी ग्राम स्तर से महानगर स्तर तक छोटे से लेकर बडे उद्योपति तक तथा साधारण परिवार द्बारा भी श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य में निधि समर्पण कर रहे है. वहीं शहर की किन्नर शीतल गुरु ने भी मंदिर निर्माण में अपना योगदान दिया. जिसमें उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निधि समिति को 11 हजार रुपए की राशि सौंपी जिसकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है.
संपूर्ण देशभर के प्रत्येक राज्य के जिले, तहसील व ग्रामीण बस्ती व महानगर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, संत समाज व श्रीराम प्रेमी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान अंतर्गत घर-घर जाकर निधि संकलन करने का कार्य कर रहे है. जिसमें धामणगांव में भी यह आयोजन निधि समर्पण समिति द्बारा किया जा रहा है. हाल ही मे धामणगांव शहर की किन्नर शीतल गुरु के निवासस्थान पर भी प्रचारक शेखर केलकर, अमीत तुरणकर, धर्म जागरण के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कमल छंगाणी, पवन शर्मा, आशीष रॉय, मंगेश मार्वे ने सद्इच्छा भेंट दी. जिसमें किन्नर शीतल गुरु ने मंदिर निर्माण कार्य में 11 हजार रुपए की राशि समिति को प्रदान की.

  • हमें रामजी का आर्शीवाद प्राप्त है

निधि अर्पण करते समय उपस्थितों का आभार मानते हुए शीतल गुरु ने कहा कि जब प्रभू श्रीरामचंद्र वनवास के लिए वन की ओर प्रस्थान कर रहे थे, उस समय अयोध्या की सीमा पर अन्य नगरवासियो के साथ किन्नर वर्ग भी उन्हे बिदाई देने के लिए आयोध्या की सीमा पर उपस्थित था. तब भगवान श्री राम ने वनवास जाते समय कहा था कि सभी नर व नारी वापस चले जाए. सभी लोग वहां से वापस चले गए किंतु किन्नर उसी स्थान पर रुके रहे. 14 वर्षो तक सभी एक पैर पर प्रभूश्रीराम की राह देखते खडे रहे. 14 वर्ष के पश्चात जब प्रभू श्रीराम आयोध्या वापस आए तब उन्हें किन्नर वहीं खडे दिखाई दिए. तब प्रभू श्री राम ने किन्नरों के त्याग व असीम भक्ति देखकर सदा सुखी रहने का आर्शीवाद दिया. ऐसा किन्नर गुरु शीतल नायक ने उपस्थितों से कहा.

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