अमरावती

अपहरण की गई डेढ वर्षीय किर्ती मिली डेढ किलोमीटर दूर

संतरे के पेड के नीचे बेहोश पडी थी

* 78 घंटों से थी लापता, प्राथमिक इलाज के बाद नागपुर रेफर
* जरुड की घटना, अंधश्रद्धा के चलते किडनैप करने का संदेह
वरुड/ दि.12 – जरुड निवासी खेतमजदूर महिला रामबत्ती वाडिवे की 17 माह की बच्ची किर्ती 78 घंटे से लापता थी. आखिर वह बालिका उनकी झोपडी से डेढ किलोमीटर दूर एक खेत में संतरे के पेड के नीचे बेहोशी की हालत में दिखाई दी. यह घटना कल दोपहर के समय उजागर हुई. करीब 12 घंटे पहले उस बालिका को वहां फेंका गया होगा, ऐसा अनुमान है. बालिका का प्राथमिक इलाज कराने के बाद उसे नागपुर रेफर किया गया. बच्ची के अपहरण के पीछे अंधश्रद्धा होने का अनुमान लगाया गया है. वरुड पुलिस उस दिशा में तहकीकात करेगी.
जरुड परिसर के पिंपलखुटा रोड पर संजय चोपडे के खेत में रहने वाली रामबत्ती वाडिवे की बेटी किर्ती 8 जुलाई की सुबह 6 बजे से लापता हुई. इसकी जानकारी मिलते ही वरुड पुलिस मौेके पर पहुंची. थानेदार प्रदीप चौगांवकर ने अमरावती से एनडीआरएफ की टीम बुलाई. आसपडोस के खेत कुओं में जेसीबी और मोटरपंप के सहारे पानी निकालकर बच्ची की तलाश की गई. इस दौरान 11 जुलाई की दोपहर 12 बजे एक खेत में संतरे के पेड के नीचे बालिका बेहोशी की हालत में खेत मजदूर को दिखाई दी. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने उस खेत में जाकर लडकी की पहचान की. ग्रामीण अस्पताल के आईसीयू में डॉ. प्रमोद पोद्दार, बालरोग तज्ञ डॉ. परिक्षित रामपुरे, डॉ. प्रशांत शेलके, स्वास्थ्य सेविका वर्षा दरोकर, रमेश शिरभाते ने कडी मेहनत कर किर्ती को होश में लाया. किर्ती की हालत स्थिर होने की बात डॉक्टर ने बताई. परंतु हालत को देखते हुए उस बालिका को आगे के इलाज के लिए नागपुर रवाना किया गया. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.

पांच किलोमीटर परिसर छान मारा
अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक शशिकांत सातव व उपविभागीय पुलिस अधिकारी डॉ. निलेश पांडे ने घटनास्थल पहुंचकर मुआयना किया. मामले की तेजी से तहकीकात करने के निर्देश दिये. इसपर वरुड और अमरावती के 50 से 60 पुलिस कर्मचारियों का दल वहां पहुंचा. रात-देर रात खोज अभियान चलाया गया. इतना ही नहीं तो गांववासी भी पुलिस के साथ खोज अभियान में शामिल हुए. उन्होंने करीब 5 किलोमीटर परिसर का चप्पा-चप्पा छान मारा.

बलि देने का प्रयास विफल
नरबलि देने के लिए अपहरण कर किर्ती को दो दिन तक छिपाकर रखा होगा. यह मामले में फंस जाएंगे, इस डर के मारे रविवार की रातभर बारिश में संतरे के पेड के नीचे बालिका को छोडकर अज्ञात आरोपी भाग गए होंगे, ऐसा संदेह पुलिस और गांववासियों को है.

अपहरण का अपराध दर्ज
बालिका लापता होने के बाद अपहरण किये जाने का अपराध पुलिस थाने में दर्ज किया गया है. अंधश्रद्धा के लिए उसका अपहरण कर नरबलि देने का प्रयास तो नहीं, इस दिशा में हमारी तहकीकात शुरु है.
वैभव महागरे, सहायक पुलिस निरीक्षक, वरुड

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