केवल प्रेम का नहीं बल्कि फिक्र व आदर का प्रतीक है चुंबन
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अमरावती/दि. 12- आज 13 फरवरी को वैलेंटाईन विक का सातवां दिन रहा ुजिसे ‘किस-डे’ के तौर पर मनाया जाता है. अपने पसंदिदा व्यक्ति को चुंबन देकर उसके प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करने का यह दिन होता है. परंतु चुंबन केवल प्रेम का ही नहीं बल्कि सांत्वना, फिक्र व आदर का भी प्रतीक है और चुंबन के जरिए अपने प्रिय व्यक्ति तक अपनी भावनाओं को सहज तरीके से पहुंचाया जा सकता है.
* वैलेंटाईन विक मनाते समय ‘किस-डे’ मनाने की भी प्रथा है.
चुंबन केवल प्रेमी जोडे व युगल ही नहीं करते बल्कि आप उन सभी को उनके माथे व गाल पर चुंबन कर सकते है. जिनके प्रति आपको प्यार, स्नेह व फिक्र है. चुंबन एक बेहद प्यारा शारीरिक हावभाव है. जिससे आनंद व परस्पर प्रेम बढता है. यह दिन केवल प्रेमीयुगलों के बीच परस्पर प्रेम प्रदर्शित करने तक मर्यादित नहीं है. बल्कि प्रत्येक रिश्ते के प्रेम व बंधन को दर्शाने हेतु यह दिवस मनाया जाता है. चुंबन करने से केवल रिश्ते-नाते ही मधुर और मजबूत नहीं होते बल्कि इसके स्वास्थ को लेकर कई फायदे भी है. जब एक मां अपने बच्चे के माथे पर चुंबन लेती है, तो वह अपने सभी दुखों व वेदनाओं को भूल जाती है. इसी तरह जब भाई-बहन, पिता व संतान तथा मित्र अथवा किसी नजदिकी व्यक्ति के साथ ही चुंबन लेकर अपने प्रेमभाव को प्रदर्शित किया जा सकता है.
* माया व स्नेह की भावना से हुई किसिंग की शुरुआत
किसिंग की शुरुआत प्रेम से नहीं बल्कि स्नेह की भावना से हुई है. आदिमानव के समय कच्चे मांस या सब्जियों को चबाते हुए मांसे अपने बच्चों के मुंह में डाला करती थी. ताकि वे उसे बडे आराम के साथ खा सके. यह प्रवृत्ति इंसानों में उनके पूर्वज रहनेवाले बंदरों के समय से उनके मानवीय स्वभाव में आई है. यही वजह है कि, किसी भी बच्चे को चुंबन सिखाना नहीं पडता बल्कि वह अपनी मां के पास आते ही उसकी वोठों का चुंबन लेने का प्रयास करता है. क्योंकि चुंबन की वजह अन्न, प्रेम व सुरक्षा मिलती है. यह बात उसके डीएनए में दर्ज है.
* कल मनेगा प्रेम के इजहार का दिन ‘वैलेंटाईन-डे’
वहीं कल 14 फरवरी को वैलेंटाईन विक का अंतिम व सबसे महत्वपूर्ण दिन ‘वैलेंटाईन-डे’ मनाया जाएगा. जिसका युवाओं द्वारा बडी बेसब्री के साथ इंतजार किया जाता है. ताकि वे अपने पसंदिदा जोडीदार के समक्ष अपने प्रेम का इजहार कर सके. इसके लिए युवाओं द्वारा अभी से ही अपनी तमाम तैयारियां करने शुरु कर दी गई है. जिसके चलते कल शहर के सभी कैफे हाऊस व बागबगीचों में युवाओं की अच्छी-खासी भीडभाड दिखाई देने की पूरी संभावनाएं भी है. वहीं दूसरी ओर ऐसे सभी स्थानों पर हिंदुत्ववादी संगठनों के लोगों की कडी नजर रहनेवाली है. साथ ही ऐसे स्थानों पर किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति को टालने तथा गडबडियों को रोकने हेतु पुलिस की ओर से भी तगडा बंदोबस्त लगाया जाएगा. ताकि प्रेमी जोडों व हिंदुत्ववादियों के बीच कहीं पर भी टकराव वाली स्थिति न बने.