अमरावती

टेक्निकल रेस्क्यू कर बचाई बिल्ली के बच्चे की जान

वसा संस्था ने किया रेस्क्यू ऑपरेशन

अमरावती/दि.3– राजापेठ परिसर के बालाजी प्लॉट मे पुराने आवासीय क्षेत्र में बिल्ली का एक छोटा बच्चा कुएं में पड़ा था। स्थानीय लोगों ने उसे बाहर निकालाने की बोहोत कोशीष की, लेकिन कुआ पुराना होनेे के वजह से वे उसे बाहर नही निकाल सके. एक स्थानीय पशु प्रेमी ने वसा संस्था की एनिमल्स रेस्क्यू हेल्पलाइन को इस बारे में रात को सूचित किया. रात में तकनीकी बचाव जोखिम भरा हो सकता था. इसलिए टीम वसा के अनिमल्स रेस्क्युअर ने दुसरे दिन सुबह-सुबह उसे रेस्क्यू करने का फैसला किया. कुएं में पानी भी था. पिल्ले को रात भर थंड से और डूबने से बचाने के लिए रस्सी के साथ एक छोटी टोकरी कुएं में छोड़ दी गई. अगली सुबह वसा संस्था की तकनीकी बचाव टीम (टेक्निकल रेस्क्यू टीम) अपना पुरा रेस्क्यू का समान ले के बालाजी प्लॉट पहुंची.

अनिमल्स रेस्क्यूअर और प्रोफेशनल क्लाइम्बर भूषण सायंके ने रॅपलिंग का पुरा सेट लगाके कुए मे उतरणा सुरू किया. उपर वसा के पुरुषोत्तम डोंगरे उनकी सहायता कर रहे थे. जैसे जैसे भूषण कुए मे नीचे जा रहे थे वैसे वैसे कुए की दिवारे ढलती जा रही थी. कब कोनसी ढलान नीचे गिर जाये पता नाही था. फिर भी बिल्ली के बच्चे की पुकार सुन भूषण रेस्क्यू के पुरे सेट के साथ कुएं मे उतरे और बिल्ली के बच्चे को आसानी से रेस्क्यू कर लिया. बच्चे को हात मे उठाते ही उसने भूषण के पकड लिया. ताकी वह वापिस कुएं मे ना गिरे. भूषण ने बडे प्यार से उसे सहलाया और बास्केट मे रख दिया. इस तरहा बिल्ली के बच्चे की जान बचाई गयी. बच्चा बाहर निकालने के पश्चात प्यारावेट शुभमनाथ सायंके ने उसकी मेडिकल जांच की, और उसे उसकी मां के पास सौंप दिया.
कुएं खुले न रखें.

अमरावती के रिहायशी इलकों में बोहोत से पुरानेे कुएं हैं. उनका इस्तेमाल नहीं हो रहा है. ऐसे कुओं में कई बार मूक पशु गिर जाते हैं. ऐसें में उनकी पानी में डूब कर या खाना न मिलने के कारण मौत हो जाती है. कुओं को खुला न रखें.
– पुरुषोत्तम डोंगरे,
(अनिमल्स रेस्क्युअर) वसा संस्था, अमरावती

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