कोली समाज को मिला अनुसूचित जनजाति का मिला जाति प्रमाणपत्र रद्द करें
जय वलेखन आदिवासी क्रांति संगठना की मांग
अमरावती/दि.25– जलगांव, अकोला समेत अमरावती जिले के जाति के नाम का फायदा लेकर अन्य कोली समाज के लिए अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाणपत्र प्राप्त किए हैं. उसे तत्काल रद्द करने की मांग जय वलेखन आदिवासी क्रांति संगठना ने विभागीय आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में की है.
जिले में तथा विदर्भ में रहने वाले कोली समाज बंधु आदिवासी रहने का दावा कर रहे हैं, ऐसा आरोप जय वलेखन आदिवासी क्रांति संगठना ने किया है. शासन ने उन्हें बिना शर्त अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाणपत्र दिया. इस कारण यह आदिवासियों पर अन्याय हुआ रहने की बात संगठना ने अपने ज्ञापन में कही है. साथ ही अन्य किसी भी जाति के नागरिक आदिवासी होने का दावा करते हैं. इसके लिए आंदोलन, अनशन, मोर्चा निकालते हैं. शासन उन्हें कोई भी मानक न लगाते हुए बिना शर्त उन्हें अनुसूचित जाति का जाति प्रमाणपत्र दे रहा है. साथ ही राज्य शासन ने विशेष पिछडा प्रवर्ग से आरक्षण दिया है, लेकिन अनुसूचित जनजाति के किसी भी मानक ने यह बैठता न रहने का आरोप भी संगठना ने किया है. यह एक तरह से मूल आदिवासी बंधुओं पर अन्याय हो रहा है. इस कारण अन्य समाज को दिया गया जाति प्रमाणपत्र तत्काल रद्द करने की मांग विभागीय आयुक्त के पास की गई है. ज्ञापन सौंपने वालों में जय वलेखन आदिवासी क्रांति संगठना के अध्यक्ष रोहित झाकर्डे, लक्ष्मण सोलंके, सोम सोलंके, शालीकराम सोलंके, प्रवीण पवार, शिवसिंग पवार, अंकुश राठोड, प्रवीण राठोड, संदीप मालवे, चेतन सोलंके, सागर मालवे, रवि राठोड, गजानन झाकर्डे, सुमित झाकर्डे, उमेश सोलंके, राहुल सोलंके, रुपेश सोलंके समेत पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का बडी संख्या में समावेश था.