अचलपुर/दि. २३ – जुडवा शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाको में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. वहीं दूसरी ओर अचलपुर शहर में बनाए गये शासकीय कोविड अस्पताल इन दिनों शोपीस बना नजर आ रहा है. यहां के कोविड अस्पताल में प्राथमिक उपचार व मौलिक सुविधाओं का अभाव रहने से मरीजों को उपचार के लिए आर्थिक नुकसान सहन करना पडा रहा है. शहर के नागरिको को अमरावती के निजी व सरकारी कोविड अस्पताल में उपचार के लिए जाना पड रहा है.
यहां बता दे कि अचलपुर शहर में शासकीय कोविड अस्पताल बनाया गया है. यहां पर मरीजों के उपचार के लिए ५० बेड उपलब्ध कराए गये है. चिकित्सक व कर्मचारियों की कमी इस कोविड अस्पताल को महसूस हो रही है. यह नहीं तो प्राथमिक सुविधाओं का भी अभाव नजर आ रहा है. सरकार की ओर से अचलपुर शहर के शासकीय कोविड अस्पताल में बेड की संख्या को बढ़ाकर व पर्याप्त चिकित्सको और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने, गंभीर मरीजों के लिए आयसीयु केन्द्र, ऑक्सीजन वेंटीलेटर व दवाईयों का स्टॉक उपलब्ध करने पर मरीजों को उपचार के लिए सुविधा उपलब्ध हो सकती है. लेकिन क्या प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान देंगे. यह सवाल अब भी बना हुआ है. जिले पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर और सांसद नवनीत राणा ने इस ओर ध्यान देकर कडे कदम उठाने की मांग की जा रही है.
जुडवा शहर के जनप्रतिनिधि दे ध्यान
अचलपुर, परतवाडा जुडवा नगरी में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. लेकिन प्रशासन उचित उपाय योजना करते हुए नहीं दिखाई दे रही है. बीते कुछ दिनों से अचलपुर नगर परिषद में मुख्याधिकारी है या नहीं यह भी पता नहीं चल पा रहा है. शहर में जगह-जगह गंदा पानी व अस्वच्छता का अंबार नजर आ रहा है. जिससे मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. जुडवा नगरी में कोविड अस्पताल तो बनाया गया है लेकिन बेहतर सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराए जाने से नागरिको को परेशान होना पड रहा है. शहर में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा दवाईयां, कर्मचारी, डॉक्टर, नर्स व बेड की संख्या बढ़ाना काफी जरूरी है. इस हालात में जनप्रतिनिधियों से ध्यान देने की मांग की जा रही है. सभी जनप्रतिनिधियों ने किसी भी तरह राजनीतिक रोटिया सेंकने की बजाय जनता के हित के लिए कोरोना से निपटने हेतु बेहतर उपाय योजना करने पर जोर देने की मांग की गई है.
– रवि वानखडे, अध्यक्ष अचलपुर, जिला निर्माण विकास समिति