अमरावती

क्रांतिवीर सुखदेवराव तिडके लढवय्या क्रांतियोद्धा थे

एड. दिलीप घरडे (Dilip Gharde) का प्रतिपादन

अमरावती/दि. 17 – आंबेडकरी आंदोलन में अपना सब कुछ दाव पर लगाकर नेतृत्व के मोह में न पडकर मार्गदर्शक की भूमिका निभाने वाले अन्याय के विरोध में लडने वाले क्रांतिवीर सुखदेवराव तिडके यह लढवय्या क्रांतियोद्धा थे, ऐसा प्रतिपादन एड. दिलीप घरडे ने व्यक्त किया. वे क्रांतिवीर सुखदेवराव तिडके के स्मृतिदिन के उपलक्ष्य में आदराजंलि कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शक के रुप में बोल रहे थे.
सर्वप्रथम तथागत भगवान बुद्ध, महामानव डॉ. बाबासाहब आंबेडकर बै. राजाभाऊ खोब्रागडे, स्मृति शेष क्रांतिवीर सुखदेवराव तिडके की प्रतिमा का पूजन कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. धनराज कावरे, मुख्य मार्गदर्शक एड. दिलीप घरडे, बार्टी की स्मिता मोरे, आंनद तिडके के हस्ते किया गया और उन्हें आदराजंलि अर्पित की.
प्रमुख अतिथि स्मिता मोरे व आंनद तिडके ने भी इस समय अपने विचार प्रकट किए. डॉ. धनराज कावरे की अध्यक्षीय भाषण से कार्यक्रम का समापन किया गया. कार्यक्रम का संचालन सुधीर गजभिये ने किया तथा आभार भगवान गजभिये ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ट्रस्ट के चरणदास नंदागवली, रमेश खांडेकर ने अथक प्रयास किए. इस अवसर पर माया घरडे, शीला बागडे, सूर्यकांता बोबल, मीना छापामोहन, एम.बी.बागडे, टी.एफ. दहिवाडे, संतोष मनवर, धम्मा शेंडे, वैशाली गजभिये, सुमन गेडाम, मंदा गजभिये, दिलीप गजभिये, प्रकाश अंभोरे, भूषण सरदार, नकूल नाईक उपस्थित थे.

Related Articles

Back to top button