अमरावती

1 लाख की रिश्वत लेत हुए कृउबास सभापति और उपसभापति धरे गए

14 लाख के बीज निकालने के लिए मांगी रिश्वत

* एसीबी की कार्रवाई
अकोला/दि.26– तेल्हारा कृषि उत्पन्न बाजार समिति में शासन के आधारभूत कीमत योजना के तहत नाफेड खरीफ व रब्बी सत्र में चना खरीदी के लिए शिकायतकर्ता व्दारा हमालों की आपूर्ति किए जाने के बाद उसके 14 लाख 39 हजार 592 रुपए के बिल निकालने के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगनेवाले तेल्हारा उपज मंडी के सभापति व उपसभापति को सोमवार को रंगेहाथ पकड लिया गया. अकोला एसीबी के दल ने यह कार्रवाई की. इस कराण सहकार क्षेत्र में खलबली मच गई है.
तेल्हारा कृषि उपज मंडी में नाफेड का चना खरीदी के लिए एक ठेकेदार ने हमाल की आपूर्ति की थी. इस आपूर्ति का कामकाज पूर्ण होने के बाद उन्होंने 14 लाख 39 हजार 592 रुपए का बिल सचिव सुरेश सोनोने को प्रस्तुत किया. पश्चात कुछ दिनों के बाद ठेकेदार को 4 लाख 93 हजार रुपए की रकम धनादेश और नकद स्वरुप में अदा की गई. लेकिन 9 लाख 46 हजार 592 रुपए के बिल बकाया रहने से उन्होंने फिर से आवेदन कर बिल अदा करने की मांग की. तब सभापति सुनील मोतिराम इंगले, उपसभापति प्रदीप मधुकर ढोले और सचिव सुरेश सोनोने ने हमालों की आपूर्ति करनेवाले शिकायतकर्ता को मंडी में बुलाकर 1 लाख रुपए की मांग की. शिकायतकर्ता ने बातचीत कर मामले की शिकायत एसीबी के पास की. इस आधार पर एसीबी विभाग के प्रमुख उपअधीक्षक शैलेश सपकाल के दल ने 21 सितंबर को जांच की तब उपसभापति ढोले व्दारा शिश्वत मांगने की बात स्पष्ट हुई. जबकि सभापति इंगले ने इस बात को प्रोत्साहन देने की बात जांच में सामने आई. पश्चात 25 सितंबर को तेल्हारा उपज मंडी में उपसभापति ढोले को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते ही सभापति सुनील इंगले और उपसभापति ढोले को कब्जे में ले लिया गया. उनके खिलाफ तेल्हारा थाने में मामला दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक मारुती जगताप, अपर पुलिस अधीक्षक देवीदास घेवाडे, अकोला एसीबी के प्रमुख शैलेश सपकाल, निरीक्षक नरेंद्र खैरनार, सचिन सावंत, दिगंबर जाधव, श्रीकृष्ण पलसपगार, नीलेश शेगोकार, संदीप ताले, किशोर पवार, अभय बावस्कर, सुनील येलोने, पुरुषोत्तम मिसुरकर, अर्चना घोडेस्वार, दिलीप तिवलकर ने की.

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