अमरावती

कौंडण्यपुर की पालकी का हुआ भावपूर्ण स्वागत

बियाणी चौक पर पालकमंत्री ठाकुर ने किया पालकी पूजन

* जय हरी विठ्ठल के जयघोष से गूंजायमान हुआ शहर
* 428 वर्षों से पंढरपूर जा रहीं माता रूख्मिणी की पालकी
अमरावती/दि.7- प्रति वर्ष आषाढी एकादशी के पर्व पर महाराष्ट्र के कोने-कोने से पंढरपुर हेतु पालकी एवं पैदल वारी रवाना होती है. इस परंपरा का विगत 427 वर्षों से कौंडण्यपुर स्थित माता रूख्मिणी संस्थान द्वारा पालन किया जा रहा है और दो दिन पूर्व इसी परंपरा के तहत कौंडण्यपुर से पंढरपुर हेतु माता रूख्मिणी की पालखी रवाना हुई थी, जिसका गत रोज अमरावती आगमन हुआ. इस समय जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने अमरावती शहरवासियों की ओर से बियाणी चौक पर माता रूख्मिणी की पालकी का पूजन करते हुए इस पालकी यात्रा में शामिल सभी वारकरियों का भावपूर्ण स्वागत किया. इस अवसर पर अनंत श्री विभूषित जगतगुरू रामानंदाचार्य रामराजेश्वराचार्य महाराज प्रमुख रूप से उपस्थित थे. इस समय पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने पालकी में रखी माता रूख्मिणी की चरणपादुकाओें का पूजन करने के साथ ही खुद अपने कंधे पर कुछ देर के लिए पालकी को धारण किया. साथ ही पालखी यात्रा में शामिल सभी वारकरियों का शाल, श्रीफल व पुष्पहार के जरिये स्वागत किया गया.
कौंडण्यपुर से पंढरपुर जाने हेतु निकली इस पालकी का स्वागत करने हेतु बियाणी चौक पर काफी जल्लोशपूर्ण तैयारियां की गई थी. जिसके तहत बियाणी चौक में चहुंओर आकर्षक रंगोली निकाली गई थी और कौंडण्यपुर की पालकी यात्रा का यहां पर आगमन होते ही परिसर में पुष्पवर्षा की गई. साथ ही पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने पालकी में शामिल महिलाओं के साथ परंपरागत फुगडी खेली. साथ ही सभी ने भगवान विठ्ठल व माता रूख्मिणी की सामूहिक रूप से आरती करते हुए इस वर्ष राज्य में अच्छी बारिश होने और खेतों में अच्छी फसल रहने के साथ-साथ सभी के सुख-समृध्दी की मंगलकामना की. इस अवसर पर जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा रामचंद्र युवक कल्याण संस्था की ओर से तीन एम्बुलन्स वाहनों का लोकार्पण भी किया गया. इसमें से एक एम्बुलन्स वाहन इस पालकी यात्रा के साथ पंढरपुर हेतु रवाना किया गया है. जिसमें एक डॉक्टर के साथ सभी तरह के उपचार की सुविधाएं उपलब्ध करायी गई है.
बीती शाम बियाणी चौक पर कौंडण्यपुर की पालकी का स्वागत करने हेतु पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के साथ शिवसेना नेत्री प्रीती संजय बंड, महिला कांग्रेस शहराध्यक्ष प्रा. अंजली ठाकरे, जिप सीईओ अविश्यांत पंडा, जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बागरल, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दिलीप एडतकर, प्रदेश उपाध्यक्ष भैय्या पवार, कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलींद चिमोटे व वंदना कंगाले, पूर्व पार्षद बंडू हिवसे, भीम ब्रिगेड के राजेश वानखडे, बंडु हिवसे, अनिकेत देशमुख, जयंत देशमुख, हरिभाउ, वैभव देशमुख, राहुल येवले, नाना नागमोते, रामेश्वर अभ्यंकर, एड. सुनील देशमुख, रविराज देशमुख, अभिनंदन पेंढारी, जयश्री वानखडे, देवयानी कुर्वे, बालासाहब भूयार आदि उपस्थित थे.

* दो वर्ष बाद धूमधाम से निकली है पालकी
उल्लेखनीय है कि, मार्च 2020 में कोविड संक्रमण की महामारी का दौर शुरू हुआ था. जिसके चलते कोविड प्रतिबंधात्मक उपायों के जारी रहने की वजह से वर्ष 2020 तथा वर्ष 2021 में पंढरपुर वारी अपने परंपरागत स्वरूप में नहीं हो पायी थी. बल्कि कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए राज्य की चुनिंदा 50 वारियों व पालकियोें को पंढरपुर जाने की अनुमति सरकार द्वारा दी गई थी और पालकियों को बस के जरिये पंढरपुर भेजा गया था. वहीं अब कोविड संक्रमण का असर व प्रभाव घट जाने तथा प्रतिबंधात्मक नियमों को शिथिल कर दिये जाने के बाद एक बार फिर पहले की तरह आषाढी एकादशी पर पंढरपुर यात्रा का आयोजन हो रहा है. जिसके चलते सभी पालकियां अब पैदल वारी के साथ पंढरपुर के लिए रवाना हो रही है. इसी श्रृंखला में 428 वर्षों का इतिहास रहनेवाली कौंडण्यपुर की पालकी की दो दिन पूर्व कौंडण्यपुर से पंढरपुर जाने के लिए रवाना हुई. जिसका गत रोज अमरावती आगमन हुआ और अमरावती का नगरभ्रमण करते हुए यह पालकी अब पंढरपुर के लिए रवाना होगी.

 

 

 

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