अमरावती

खतरनाक हो सकता है स्टेरॉयड का इंजेक्शन

हृदयरोग व नपुंसकता का खतरा

जिंदगी हो सकती है बर्बाद
अमरावती/दि.24-  इस समय महाराष्ट्र में पुलिस भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. वहीं इसके पहले कोल्हापुर में शुरु रहने वाली अग्निवीर की भर्ती प्रक्रिया में एक सनसनीखेज जानकारी सामने आयी थी. जिसमें पता चला था कि भर्ती के लिए शरीर में जोश भरने हेतु कुछ युवाओं ने स्टेरॉयड के इंजेक्शन लिए थे. वहीं अब ऐसा ही कुछ महाराष्ट्र पुलिस की भर्ती में होने का खतरा भी जताया जा रहा है. लेकिन युवाओं को इस बात का पता रहना चाहिए कि स्टेरॉयड का प्रयोग करना बेहद घातक भी साबित हो सकता है और इससे जिंदगी भी बर्बाद हो सकती है. क्योंकि स्टेरॉयड का प्रयोग करने से हृदयरोग व नपुंसकता जैसी समस्याएं हो सकती है.
उल्लेखनीय है कि अमुमन खिलाडियों या धावकों व्दारा अपनी एनर्जी को टिकाए रखने हेतु या अतिरिक्त एनर्जी हासिल करने हेतु स्टेरॉयड का प्रयोग किया जाता है. हालांकि खेलों के लिहाज से स्टेरॉयड का प्रयोग करना दंडनीय अपराध है, साथ ही ऐसे खिलाडियों पर भारत सरकार की नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी व्दारा कार्रवाई की जाती है.
सदृढ शरीर के लिए इंजेक्शन नहीं, कसरत जरुरी
पुलिस व सैन्य भर्ती में शामिल होने के लिए सदृढ शरीर की जरुरत होती है. साथ ही तेज दौड में व लंबी कूद लगाने के लिए शारीरिक क्षमता की भी जरुरत पडती है. लेकिन यह सबकुछ नियमित कसरत व व्यायाम के जरिए हासिल किया जा सकता है. परंतु कई बार शॉटकट मारने के चक्कर में युवाओं व्दारा एनर्जी प्राप्त करने के लिए स्टेरायड के इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है, जो गैर कानूनी रहने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खतरनाक भी है.
ऑनलाइन विक्री जोरो पर
स्टेमिनर बढाने का दावा करने वाले कई इंजेक्शनों व दवाईयों की धडल्ले के साथ ऑनलाइन विक्री की जाती है, ऐसी जानकारी इससे पहले भी कई बार सामने आ चुकी है.

जानलेवा बीमारियों का खतरा
स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हुए यद्यपी पुलिस भर्ती की शारीरिक क्षमता जांच परीक्षा के चरण को पार किया जा सकता है. लेकिन इसी स्टेरॉयड की वजह से आगे चलकर बेहद गंभीर बीमारियों का भी सामना करना पड सकता है, इस बात की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए. यह बात कसरतीय बदन हासिल करने के चक्कर में व्यायाम करने की बजाए स्टेरॉयड का प्रयोग करने वाले युवाओं ने भी ध्यान में रखनी चाहिए.
अभिभावकों का भी ध्यान देना जरुरी
अग्निवीर भर्ती में जिस तरह की गडबडी उजागर हुई, वैसी गडबडियां पुलिस भर्ती की शारीरिक परीक्षा में न हो इस बात के मद्देनजर पुलिस महकमे व्दारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे है. साथ ही अभिभावकों ने भी इस बात की ओर विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चों व्दारा कहीं शारीरिक सदृढता के लिए स्टेरॉयड जैसी दवाओं के इंजेक्शन तो नहीं लिए जा रहे.
दीर्घकालीन परिणाम
कई बार युवाओं व्दारा अपनी कार्यक्षमता को अनैसर्गिक तरीके से बढाने हेतु, कुछ रासायनिक पदार्थो का प्रयोग किया जात है. जिसके चलते शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर दीर्घकालीन परिणाम होने की संभावना रहती है. खेल व्यायाम स्वास्थ्य संवर्धन के लिए होते है, जिसमें स्टेरॉयड के प्रयोग का कोई स्थान नहीं होना चाहिए. यह बात नई पीढी को समय रहते समझनी होगी.

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