अमरावती/ दि.13– कामगार आयुक्त के अंतर्गत आने वाले मजदूरों को शासन की ओर से मुफ्त भोजन देने के आदेश है. मगर यह भोजन बहुत ही निचले दर्जे का दिया जाता है. जिले में 20 हजार से अधिक मजदूर काम करते हैं. जबकि कामगार आयुक्त के रजिस्टर पर 10 हजार मजदूर काम करने का उल्लेख है. संबंधित ठेकेदार की जांच कर कडी कार्रवाई की जाए, ऐसा न होने पर तीव्र आंदोलन छेडा जाएगा, ऐसी चेतावनी देते हुए भीम ब्रिगेड की ओर से जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि, जिस ठेकेदार को भोजन का ठेका दिया गया है, वह केवल 1 हजार से 1 हजार 500 लोगों को ही भोजन देता हैं. धामणगांव, घाटजी, धारणी, यवतमाल आदि स्थानों पर बहुत कम मजदूरों तक भोजन पहुंचता हैैं और 10 हजार मजदूरों को भोजन देने का बिल अदा किया जाता हैं, इस बात को देखते हुए संबंधित गुमराह करने वाले ठेकेदार के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करे, ऐसी मांग करते समय भीम ब्रिगेड के संस्थापक अध्यक्ष राजेश वानखडे, प्रदेश उपाध्यक्ष पृथ्वीराज ढोले, विक्रम तसरे, प्रवीण मोहोड, उमेश दुर्योधन, नितीन काले, विरेंद्र किर्तक, रुपेश तायडे, सुशिल चोरपगार, रोशन गडलिंग, आदर्श शिंपी, कबीर सारवान, फत्तेसिंग बावरी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.