अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – शहर में महावितरण कंपनी के पास मानव संसाधन की कमी है. जिसमें शहर के 2 लाख ग्राहकों के पीछे केवल 239 कर्मचारी ही कार्यरत है. मानव संसाधन की कमी के चलते निजी एजेन्सियों व्दारा मनुष्यबल मांगा जा रहा हैै फिर भी ग्राहकों की शिकायतों का निराकरण करने हेतु अनेक दिक्कतें आ रही है. रोजाना बिजली आपूर्ति खंडित हो रही है जिसमें शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है.
शहर के अनेकों हिस्सों में महावितरण कर्मचारियों की कमी है. अनेक कर्मचारी नाइट की ड्यूटी कर सुबह फिर सुपरविजन के कार्यो में व मीटर रिडिंग के कामों में जुट जाते है. इन पर काम का अधिक दबाव आने पर यह भी कर्मचारी त्रस्त हो चुके है. उदाहरणार्थ नवाथे क्षेत्र में 234 ट्रांसफार्मर है इन ट्रांसफार्मरों की देखभाल के लिए केवल 10 कर्मचारी है. जिसमें 8 वायरमन, एक अधिकारी व एक लिपिक केवल इतनी ही संख्या है.
शहर के अन्य केंद्रों की संख्या नवाथे केंद्र के ग्राहकों की संख्या से दोगुना बढ गई है. जिसकी वजह से इस क्षेत्र में कर्मचारियों की संख्या बढाना आवश्यक है. फिलहाल बहुत कम कर्मचारी यहां कार्यरत है. आगामी छह महीनों में नवाथे केंद्र के अंतर्गत म्हाडा के 500 घरों का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है.
परिसर के निर्माणधीन लेआउट्स व फ्लैट सिस्टिम की वजह से और भी 1 हजार ग्राहक बढेंगे ऐसे में केवल दस ही कर्मचारियों को खंडित बिजली आपूर्ति को जोडने हेतु खासी मशक्कत करनी पड रही है. नवाथे सहित अन्य क्षेत्रों में केंद्रों का पुन: गठन करवाना आवश्यक है ऐसा मत मनपा के पूर्व स्थायी समिति सभापति तुषार भारतीय ने व्यक्त किया. साथ ही मानवसंसाधन बढाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
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95 फीसदी ठेकेदारी तत्व पर कर्मचारी
महावितरण के पास शहर में स्थायी तौर पर कर्मचारी कम है और ग्राहकों की संख्या बढ रही है. महावितरण के पास 95 फीसदी ठेकेदारी तत्वों पर कर्मचारी है. जिसकी वजह से ग्राहकों को सेवा देने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है.
– सुचित्रा गुजर, मुख्य अभियंता महावितरण
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शहर के अनेकों केंद्रों का पुर्नगठन जरुरी
पिछले 20 सालों में शहर में बिजली ग्राहकों सहित ट्रांसफार्मर की संख्या में बडे प्रमाण में वृद्धि हुई है. जिसकी वजह से शहर के अनेकों बिजली केंद्रों का पुर्नगठन करने के सिवाय दूसरा पर्याय नहीं है. सीमित कर्मचारियों पर काम का तनाव बढ रहा है. इसकी वजह से ग्राहकों को भी परेशानी उठानी पड रही है.
शहर में बिजली ग्राहकोें की संख्या दिनों दिन बढ रही है. मनपा के पास भी आवश्यक मनुष्यबल नहीं है जिसकी वजह से महावितरण कंपनी की ओर से शिकायतों का निराकरण नहीं किया जा रहा इस संदर्भ में उन्हें पत्र दिया गया है.
– तुषार भारतीय, सभागृह नेता मनपा