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लाडली बहना और कौशल्य योजना जिताएगी महायुति को

कार्यकर्ताओं से घर-घर पहुंचाने का आवाहन

* केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने किया एकजुटता का भी अनुरोध
* महायुति का सांस्कृतिक भवन में भव्य सम्मेलन
* 5 जिलों के तीनों दलों के पदाधिकारी पहुंचे
अमरावती /दि. 13- प्रदेश में सत्तारुढ महायुति ने किसानों, युवाओं, महिलाओं के वास्ते बडे प्रमाण में कल्याणकारी निर्णय और योजनाएं क्रियान्वित की है. जिससे प्रदेश में तेजी से वातावरण बदला है. मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना और युवाओं के लिए कौशल्य विकास की इंटर्नशिप योजना गेम चेंजर रहने का दावा केंद्रीय मंत्री तथा शिवसेना शिंदे गट नेता प्रतापराव जाधव ने किया. उन्होंने दावा किया कि, योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से महायुति का राज्य में दोबारा सत्ताधीश होना अवश्यं भावी है. जाधव ने तीनों दलों के कार्यकर्ताओं से महायुति की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का आवाहन किया. वें सांस्कृतिक भवन में विधानसभा चुनाव उपलक्ष्य महायुति के पहले संयुक्त सम्मेलन में मार्गदर्शन कर रहे थे. मंच पर तीनों दलों शिवसेना शिंदे गट से उद्योगमंत्री उदय सामंत, आशीष कुलकर्णी, राकांपा अजित पवार गट से संयोजक संजय खोडके, अनिकेत तटकरे, भाजपा के समन्वयक विधायक प्रसाद लाड, एमएलसी योगेश टिलेकर, संभाग के सभी सांसद, विधायक, तीनों दलों के राज्य और प्रादेशिक पदाधिकारी उपस्थित थे. उसी प्रकार सांस्कृतिक भवन खचाखच भरा था. 5 जिले से प्रमुख कार्यकर्ता उत्साह से आए थे.
* सुस्त लग रहे कार्यकर्ता
प्रतापराव जाधव ने संबोधन के आरंभ में ही कहा कि, लोकसभा चुनाव के परिणामों से तीनों दलों के कार्यकर्ता कुछ सुस्त लग रहे हैं. यह सुस्ती त्यागने का आवाहन कर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, गत दो वर्षो में महाराष्ट्र में महायुति सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं की झडी लगा दी है. लोकसभा के समय हम विपक्ष के नैरेटिव का तगडा उत्तर देने में विफल रहे विधानसभा में ऐसा न होने पाए. इसकी सावधानी रखकर महिलाओं को एसटी बसों में दी गई 50 प्रतिशत किराया रियायत, लाडली बहना योजना और युवाओं के लिए शुरु की गई इंटर्नशिप योजना सभी तक घर-घर पहुंचाएं, यह योजनाएं महायुति को दोबारा भारी मतों से सत्तासीन करेगी, यह विश्वास बुलढाणा के इस धुरंधर लीडर ने व्यक्त किया.
* सोशल मीडिया पर हो जाए एक्टीव
प्रतापराव जाधव ने कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया पर एक्टीव होने और विरोधियों के अपप्रचार को धडाधड उत्तर देने का आवाहन किया. जाधव ने कहा कि, बदलते दौर में सोशल मीडिया की अहमियत बढी है. इसलिए उस पर सरकार की योजनाओं, बेहतरीन फैसलों उसके जोरदार क्रियान्वयन का धुआंधार प्रचार करने का आवाहन किया.
* उबाठा सेना को तत्काल दें जवाब
केंद्रीय मंत्री जाधव ने खास तौर से कहा कि, उबाठा शिवसेना द्वारा किए जा रहे अपप्रचार का मुंहतोड एवं तत्काल उत्तर दिया जाए. उद्धव ठाकरे पर हिंदुत्व से धोखा करने का आरोप जाधव ने किया. उन्होंने कहा कि, गद्दार हम नहीं तो उद्धव और आदित्य है. जिन्होंने बालासाहब के विचारों को तिलांजलि दे दी. केवल मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए. जिस कांग्रेस और राकांपा से हम बालासाहब के कहने पर 30 वर्षो से लड रहे थे, उद्धव उन्हीं से जा मिले.
* किसानों के खाते में 70 हजार
जाधव ने दावा किया कि, प्रदेश के किसानों के खाते में गत दो वर्षो से कम से कम 70 हजार और अधिकतम 2 से 3 लाख रुपए की सहायता पहुंची है. यह महायुति सरकार का कमाल है. जिसने प्रत्येक वक्त-जरुरत किसानों की हर कठिन समय में सहायता की है. अभी हाल में पश्चिम विदर्भ के किसानों को प्रति हेक्टेअर 5 हजार की सहायता प्राप्त हुई है. शिंदे सरकार ने सहज और उदार होकर किसानों की सहायता का दावा जाधव ने किया.
* तालमेल और एकजुटता पर जोर
कार्यक्रम का प्रारंभ छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का पूजन और दीप प्रज्वलन कर किया गया. तीनों दलों के चुनाव चिन्ह कमल का फूल, घडी और धनुष्यबाण जगह-जगह और मंच पर प्रमुखता से अंकित थे. उसी प्रकार नेताओं ने अपने संबोधन में तीनों दलों के साथ छोटे दलों को भी संग लेकर तालमेल से विधानसभा चुनाव में विजय का परचम लहराने का आवाहन किया. सभी का जोर तालमेल और एकजुटता रखने पर रहा. सभी पांच जिलो से जिलाध्यक्ष, शहराध्यक्ष, तहसील अध्यक्ष, पदाधिकारी, राज्य प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य की उपस्थिति थी.

विधायक राणा को नहीं मिला बैठक का निमंत्रण
जहां एक ओर स्थानीय सांस्कृतिक भवन में आयोजित महायुति की समन्वय बैठक का निमंत्रण सरकार में शामिल रहने के बावजूद अक्सर ही सरकार पर निशाना साधने वाले प्रहार पार्टी के मुखिया व विधायक बच्चू कडू को प्राप्त हुआ है. वहीं दूसरी ओर हमेशा ही भाजपा, विशेषकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पक्ष में पूरी मजबूती के साथ खडे रहने वाले युवा स्वाभिमान पार्टी के नेता व विधायक रवि राणा को इस बैठक में बुलाया तक नहीं गया. जिसे लेकर अब स्थानीय स्तर पर कानाफुसी चलनी शुरु हो गई है. माना जा रहा है कि, दो दिन पहले सांस्कृतिक भवन में ही आयोजित लाडली बहन योजना के प्रमाणपत्र वितरण समारोह दौरान विधायक रवि राणा द्वारा दिये गये विवादास्पद व्यक्तत्व के चलते भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें लेकर काफी हद तक नाराजगी चल रही है और संभवत: इसी वजह से विधायक रवि राणा को अमरावती में आयोजित महायुति की समन्वय बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है.

 

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