लाडली गायों को भी डेढ हजार प्रतिमाह
जिला गौशाला जांच समिति होगी नियुक्त
अमरावती/ दि. 21- देसी गायों को राज्य माता की श्रेणी देकर उनके संवर्धन हेतु महायुति सरकार ने चारा अनुदान की घोषणा की है. प्रत्येक गाय को चारा के लिए रोज 50 रूपए अनुदान दिया जायेगा. पंजीकृत गौशाला की गायों को इसका लाभ मिलेगा. जिले में कितनी गौशाला और वहां देसी नस्ल की गाय हैं, इसकी जांच हेतु विशेषज्ञ समिति गठित होगी. जिला पशु संवर्धन आयुक्त डॉ. जगदीश बुकतरे ने बताया कि शासन ने देशज गायों को अनुदान का अध्यादेश जारी किया है. किंतु मार्गदर्शन निर्देश अभी प्राप्त नहीं हुए है. सर्वेक्षण के दिशा निर्देश मिलने पर उसका क्रियान्वयन किया जायेगा. जबकि सूत्रों ने बताया कि पशु संवर्धन विभाग जांच समिति गठित कर प्रत्येक गौशाला का प्रत्यक्ष अवलोकन करेगा. गायों की संख्या के आधार पर अनुदान दिया जायेगा.
गौपालक बडे प्रसन्न
गौपालक सरकार की योजना और घोषणा से बडे प्रसन्न हो गये हैं. उनका कहना है कि गौशाला आर्थिक रूप से सक्षम न रहने की स्थिति में 50 रूपए चारा अनुदान सभी गायों को दिया जायेगा. यह योजना महाराष्ट्र गौसेवा आयोग द्बारा क्रियान्वित होगी. लाडली गायों को इस तरह प्रति माह 1500 रूपए अनुदान मिलेगा. पशु संवर्धन विभाग शीघ्र सर्वे करेगा. गौपालकों का दावा है कि सरकार के निर्णय से गौवंश हत्या रूकेगी. अमरावती और क्षेत्र में गौवंश हत्या और तस्करी के ढेरों मामले पकडे गये थे. अब शासन ने अनुदान योजना लागू की है. जिससे निश्चित ही गायों का भला होगा.
टैगिंग कर लिस्ट
विदर्भ अध्यक्ष एड. मोतीसिंह मोहता ने बताया कि जिले की गौशाला में गायों का सर्वेक्षण कर टैगिंग कर आयोग को सूची भेजेगा. इस सूची के आधार पर गायो का चारा अनुदान प्राप्त होगा. एड. मोहता ने कहा कि गौशालाओं में बैल भी काफी संख्या में है. घोषित अनुदान भले ही कम है. किंतु इससे गौपालक को संतोष अवश्य है.