पांच माह में लाडली बहनों को मिला 523 करोड का लाभ
गत वर्ष डीपीसी का प्रारुप था 474 करोड का

अमरावती /दि. 13– लाडली बहनों की वजह से जिले के अर्थचक्र में विगत 5 माह के दौरान 523 करोड 90 लाख 20 हजार रुपए की वृद्धि हुई. जिले में 7 लाख 20 हजार 603 लाभार्थियों में से इस समय 6 लाख 98 हजार 536 महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही है. वहीं 22 हजार 67 महिला लाभार्थी विविध कारणों के चलते अपात्र साबित हुई है. विशेष उल्लेखनीय है कि, जिले में गत वर्ष डीपीसी का नियोजन 474 करोड रुपए का था. जिसमें से 305 करोड रुपए डीपीसी के जरिए वितरित किए गए है. ऐसे में सरकार द्वारा लाडली बहनों को विगत 5 माह के दौरान दी गई भेंट की रकम जिला वार्षिक नियोजन के प्रारुप से भी अधिक साबित हुई है.
उल्लेखनीय है कि, जिले में 6 लाख 98 हजार 536 महिलाएं मुख्यमंत्री माझी लाडली बहन योजना में पात्र साबित होने के चलते जिले की अर्थव्यवस्था को गति मिली है. विगत 5 माह के दौरान इस योजना अंतर्गत जिले में प्रति लाभार्थी प्रति माह डेढ हजार रुपए के हिसाब से 523 करोड 90 लाख 20 हजार रुपए का अनुदान उपलब्ध कराया गया है और यह रकम महिलाओं द्वारा जाहीर तौर पर बाजार में ही खर्च की गई. साथ ही कुछ महिलाओं ने इस रकम से अपना खुद का कुछ व्यवसाय भी शुरु किया. जिसके जरिए होनेवाले दैनिक व्यवहारों के चलते विगत 5 माह के दौरान 523 करोड रुपए से अधिक रकम व्यवहार के प्रयोग में आई.
ज्ञात रहे कि, जिले की कुल जनसंख्या 27 लाख के आसपास है. जिसमें से 13 लाख से अधिक महिलाएं है. इनमें से 1 से 18 वर्ष आयु गुटवाली महिलाओं की संख्या लगभग 4 लाख के आसपास तथा 65 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं की संख्या लगभग 2 लाख के आसपास है.
* लाभार्थी संख्या घटेगी
राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना हेतु अब कुछ नए मापदंड तय किए गए है. जिसके अनुसार निराधार योजना की लाभार्थी रहनेवाली महिलाओं को लाडली बहन योजना की लाभ सूची से हटाया जाएगा. इसके अलावा आय की मर्यादा, नौकरी व एक ही घर के अनेक व्यक्ति जैसे विविध कारणों के चलते भी यह संख्या घटेगी. इसके अलावा कुछ महिलाएं खुद होकर भी इस योजना का लाभ लेने से इंकार कर रही है. जिसके चलते इस योजना के लाभार्थियों की संख्या के कम होने के पूरे आसार है.
* संक्षेप में आंकडे
कुल आवेदन 720603
पात्र महिलाएं 698536
अपात्र महिलाएं 22067