अमरावती

राजापेठ की यूनियन बैंक में लाखों का ‘स्कैम’

गोल्ड लोन के नाम पर फ्रॉड की हैट्रिक

  • बैंक अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज

  • सराफा व्यवसायी पुलिस के राडार पर

अमरावती/दि.15 – बैंक के लॉकर में रखे असली सोने के आभूषणों को बदलकर वहां नकली सोने के आभूषण रखते हुए हेराफेरी करने के मामले को लेकर राजापेठ परिसर स्थित यूनियन बैंक शाखा के अधिकारियोें व कर्मचारियों के खिलाफ शुक्रवार की रात जालसाजी व धोखाधडी का मामला दर्ज किया गया. वहीं 13 अगस्त को हमालपुरा परिसर निवासी प्रवीण डफाल ने राजापेठ पुलिस थाने पहुंचकर यूनियन बैंक शाखा के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करायी. यह इस बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ प्राप्त हुई तीसरी शिकायत है.
इस शिकायत के मुताबिक कांचन व प्रदीप डफाल नामक दम्पति के यूनियन बैंक की राजापेठ शाखा में दो बचत खाते है और उन्होंने कभी भी गोल्ड लोन नहीं लिया है. लेकिन इसके बावजूद उनके नाम पर चार खाते दर्शाते हुए उन चारों खातों पर करीब 20 लाख रूपये का गोल्ड लोन दिखाया गया है. ऐसी जानकारी खुद बैंक के शाखा व्यवस्थापक द्वारा दिये जाने की बात प्रवीण डफाल ने अपनी शिकायत में कही है. इसके साथ ही डफाल के खाते से बजरंगलाल वर्मा नामक व्यक्ति के खाते में 6.75 लाख रूपये क्रेडिट किये गये. यह रकम सोने की बिक्री किये जाने की ऐवज में जमा करने का दावा किया गया. जबकि हकीकत में डफाल ने वर्मा से किसी भी तरह का कोई आर्थिक व्यवहार नहीं किया था और वर्मा को अपने पास का कोई सोना भी नहीं बेचा था. ऐसे में यह पूरा व्यवहार ही संदेहास्पद रहने का आरोप लगाते हुए प्रवीण डफाल ने राजापेठ पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज करायी. जिसके आधार पर पुलिस ने यूनियन बैंक की राजापेठ शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अपराध दर्ज करने के साथ-साथ शहर के एक सराफा व्यवसायी को भी अपने राडार पर लिया है.

पहले भी सामने आ चुके है गडबडीवाले दो मामले

– पहली घटना : अकोली परिसर की आंचलविहार कालोनी में रहनेवाले उज्वल मलसने नामक व्यक्ति ने 31 दिसंबर 2020 को राजापेठ स्थित यूनियन बैंक में 100 ग्राम सोने के आभूषण गिरवी रखते हुए 3 लाख 30 हजार रूपये का कर्ज लिया था. पश्चात विगत 6 अगस्त को अपने द्वारा गिरवी रखे गये सोने के आभूषणों को देखने पर मलसने ने पाया कि, यह आभूषण नकली है. जिसके बाद उज्वल मलसने द्वारा अपने साढे पांच लाख रूपये मूल्य के गहनों का अपहार किये जाने से संबंधित शिकायत राजापेठ पुलिस थाने में दर्ज करायी गई. जिसके आधार पर राजापेठ पुलिस ने 12 अगस्त को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया.

– दूसरी घटना : बुधवारा परिसर निवासी कपिल इंगोले ने यूनियन बैंक के राजापेठ शाखा से गोल्ड लोन निकाला था. जिसकी ऐवज में 3 लाख 7 हजार 90 रूपये की रकम भरते हुए कर्ज और ब्याज की राशि पूरी तरह से अदा कर दी और गिरवी रखे गये अपने सोने को वापिस दिये जाने की मांग की. लेकिन बैंक के मैनेजर ने इंगोले की तरफ और भी रकम बकाया रहने की बात कहते हुए सोना वापिस करने से इन्कार कर दिया. इस समय इंगोले ने पूरे पैसे अदा किये जाने की पावतियां भी दिखाई. जिस पर बैंक द्वारा कहा गया कि, जिस कर्मचारी के जरिये बैंक में रकम भरवाई गई है, वह ठेका नियुक्त कर्मचारी था. जिसने इंगोले की रकम को बैंक में लाकर भरा ही नहीं. ऐसे में इंगोले और उस कर्मचारी के बीच हुए लेन-देन से बैंक का कोई लेना-देना नहीं. अंतत: तीन दिन की उठापटक के बाद इंगोले को उनके द्वारा गिरवी रखा गया सोना बैंक से वापिस मिला.

तीनों मामलों की चल रही है जांच

उज्वल मलसने द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर यूनियन बैंक के स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. साथ ही प्रवीण डफाल नामक व्यक्ति की भी शिकायत मिली है. इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति के साथ भी बैेंक में आर्थिक गडबडी व झांसेबाजी किये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है. ऐसे में तीनों मामलों की हम जांच कर रहे है.

बैंक मैनेजर ने साधी चुप्पी, कहा, पुलिस से जानकारी लो

विगत तीन-चार दिनों से लगातार चर्चा में चल रहे इस मामले को लेकर जब बैंक के मैनेजर चेतन करले से विस्तृत जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु प्रत्यक्ष संपर्क किया गया, तो उन्होंने अव्वल तो अपनी बैंक में ऐसी कोई भी गडबडी होने की बात से साफ तौर पर इन्कार किया. लेकिन एक के बाद एक दर्ज तीनों शिकायतों की ओर ध्यान दिलाये जाने पर उन्होंने यह कहते हुए अपना पल्ला झाडने का प्रयास किया कि, फिलहाल बैंक में ऑडिट चल रहा है और वे एक माह पहले ही इस बैंक के मैनेजर नियुक्त हुए है. ऐसे में वे अधिकारिक तौर पर इस पूरे मामले को लेकर कुछ नहीं कह सकते. साथ ही उन्हें इस मामले में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए किसी भी तरह की जानकारी देने का अधिकार भी नहीं है. अत: बेहतर होगा कि, मीडिया इस संदर्भ में पुलिस से बातचीत करते हुए विस्तृत जानकारी हासिल करे.

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