अमरावती/दि.18 – इन दिनों शहर के बाजार में लाल-पिले रंग के तरबूज बडी मात्रा में पहुंच रहे है. एक ओर तपती धूप के कारण मौसमी फलों से शरीर को ठंडक पहुंचाने का प्रयास हो रहा है. ऐसे में अलग-अलग रंगों के रसिले तरबूज बाजार मेें पहुंचने से इसे ग्राहकों द्बारा खूब पसंद किया जा रहा है. यह तरबूज कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, रायपुर से शहर में पहुंच रहे है.
पारंपारिक तरबूज के साथ ही बाहर से पिला व अंदर से लाल रहने वाला वैशाली प्रजाती का तरबूज लोगों को खूब लुभा रहा है. उसी प्रकार बाहर से हरा व अंदर से पिला रहने वाला आरोही प्रजाती का तरबूज भी शहर में खूब पसंद किया जा रहा है. तरबूज की विभिन्न वैरायटीयां शहर में बडी संख्या में पहुंच रही है. जिससे लोगों की डिमांड पूर्ण होकर तपन से राहत मिल रही है.
* रोजदारो की पहली पसंद बना
माहे रमजान में इफ्तार के लिए फलों की मांग बड जाति है. वर्तमान मेें बाजार में तरबूज की 6 वेरायटियां उपलब्ध है. यह सभी के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. गर्मी की तपन को देखते हुए रोजदारों की पहली पसंद फ्रूट बना हुआ है. देखने में ये आ रहा है की लोग तले हुए तेल की चीजों से ज्यादा ठंडक पौचाने वाली एनर्जी देने वाले फ्रूट पसंद कर रहे है. एक फल विक्रेता सोहेल खान ने बताया कि ऊपर से पीला अंदर से लाल तरबूज लोगों को खूब रिझा रहा है. पाईनापल तरबूज जो ऊपर से हरा और अंदर से लाल होता है. साथ ही तरबूज की कुंदन, चम चम, केसर, मालदा, रुहफ्जा जैसी वेरायटियां भी उपलब्ध है.
* नींबू ने तरेरी आंखे
वर्तमान में ग्रीष्मकाल की डिमांड रहने वाले नींबू के दाम आसमान पर पहुंच गये है. शहर में 12 से 15 रुपए में एक के हिसाब से नींबू बिक रहा है. जिले में नींबू का उत्पादन बेहद कम रहता है और इस वर्ष अकाल बारिश के कारण नींबू का उत्पादन घट गया. जिसका असर नींबू के दाम पर हुआ है. कम उत्पादन व अन्य राज्यों में अच्छे दाम मिलने से नींबू का माल अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है. इसी प्रकार कोल्ड्रींक्स कंपनियों में भी नींबू की अच्छी डिमांड रहने से अधिकांश माल कंपनियों को भेजा जा रहा है. ऐसा बिक्रेताओं का कहना है. नींबू महंगा होने का असर नींबू पानी की गाडियों समेत होटलों पर भी पडा है.