अमरावती

‘लालपरी’ के वायपर खराब!

कांच पर लगाना पड रहा तंबाखू-चूना

* बारिश में चालक को होती है तकलीफ
* धुंधला दिखाई देने से हादसों की संभावना
अमरावती/दि.22- बारिश के मौसम दौरान प्रत्येक चारपहिया वाहन के दर्शनी कांच पर वायपर का रहना बेहद आवश्यक होता है. ताकि बारिश शुरु रहते समय वायपर चलाते हुए कांच पर आने वाले पानी को हटाया जा सके और ड्रायवर को आगे की सडक साफ तौर पर दिखाई दें. परंतु स्थानीय मध्यवर्ती बस स्थानक का मुआयना करने पर पता चला कि, 52 में से 5 बसों में वायपर ही नहीं है. साथ ही कुछ रापनि बसों में लगे वायपर नादुरुस्त है. चूंकि सामने बारिश का मौसम है. ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि, आखिर इन बसों में वायपर को कब तक लगाया जाएगा. क्योंकि यदि बारिश के मौसम दौरान बस के अगले कांच पर वायपर नहीं रहता, तो ड्रायवर को कांच से पानी हटाने के लिए उस पर तंबाखू-चूना मलते हुए ‘गावरानी’ पद्धति का अवलंब करने की कसरत करनी पडती है. वहीं वायपर नहीं रहने पर आगे की सडक धुंधली दिखाई देती है. जिसकी वजह से सडक हादसा घटित होने की संभावना भी रहती है.

* 5 बसों के वायपर बंद
स्थानीय बस स्थानक पर 5 बसों के वायपर बंद रहने की बात दिखाई दी. वहीं इसके संदर्भ में रापनी प्रशासन का कहना रहा कि, नादुरुस्त वायपर की दुरुस्ती का काम चल रहा है.

* 52 में से 4 बसों पर वायपर ही नहीं
राज्य परिवहन निगम के अमरावती आगार में 52 एसटी बसें है. जिसमें से 4 बसों में वायपर ही नहीं है. ऐसा निरिक्षण के दौरान पता चला.
इसके अलावा कई बसों में वायपर लगा दिखाई दिया, लेकिन इसमें से कुछ पुरानी एसटी बसों के वायपर नादुरुस्त और बंद पडे रहने की जानकारी भी सामने आयी.

* बारिश होने पर ऐसे भी ‘जुगाड’
– तंबाखू-चूना
बारिश शुरु रहते समय वाहन का कांच पूरी तरह से साफ रहे, इसके लिए वाहन चालक कांच पर तंबाखू-चूना लगा देते है. जिसके चलते कांच पर पानी रुकता नहीं है.
– रेन रिपेलेंट
कई वाहन चालक बारिश के समय कांच पर रेन रिपेलेंट का प्रयोग करते है. जिससे कांच पर बारिश का पानी रुकता नहीं है और कांच पर गिरने वाली पानी की बूंदे तुरंत बह जाती है.

* बारिश में बस का कांच साफ रहना जरुरी
बारिश के मौसम दौरान रास्तें पर रहने वाले गड्डों का अंदाजा नहीं आता, क्योंकि गड्डों में पानी भरा होता है. इसके अलावा यदि बस का कांच भी साफ-सूथरा नहीं है और बस चालक को सामने की सडक साफ तौर पर दिखाई नहीं दे रही, तो इसकी वजह से सडक हादसे घटित होने का प्रमाण बढ जाता है. जिसके चलते एसटी बसों का कांच पूरी तरह से साफ-सूथरा रहना बेहद जरुरी होता है.

* सभी बसों पर वायपर लगाए गए है. बसों को चालक के ताबे में देते समय हर बात की जांच की जाती है और यदि वायपर नादुरुस्त है, तो उसकी दुरुस्ती पहले ही कर दी जाती है. अमरावती विभाग में अधिकांश रापनी बसों के वायपर दुरुस्त किए जा चुके है.
– नीलेश बेलसरे,
विभाग नियंत्रक, रापनि.

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