अमरावती-दि.11 स्थानीय राजापेठ परिसर से होकर गुजरनेवाली रेलवे पटरी के पास विगत अनेक वर्षों से 50-60 परिवारों द्वारा अपनी झोपडियां बनाकर रहा जा रहा है. किंतु 50 वर्ष पुरानी इस झोपडपट्टी में अब तक प्रशासन द्वारा अधिकृत रास्ता तैयार करके नहीं दिया गया है. साथ ही झोपडियों को नियमानुकूल करने और झोपडपट्टीधारकों को सरकारी घरकूल योजना का लाभ देने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाये गये. बल्कि इन दिनों कुछ भू-माफियाओं द्वारा फर्जी दस्तावेजों की सहायता लेते हुए लोगों के घरों के सामने स्थित 10 फीट के रास्ते को हडपने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए मनपा प्रशासन के साथ मिलीभगत करते हुए झोपडपट्टीवासियों को अतिक्रमण धारक बताकर उन्हें नोटीस जारी की जा रही है. इस आशय का आरोप संबंधित झोपडपट्टी परिसरवासियों द्वारा जिलाधीश पवनीत कौर को सौंपे गये ज्ञापन में लगाया गया.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, एक भू-माफिया व्यक्ति द्वारा स्थानीय प्रशासन की दिशाभूल करते हुए झोपडपट्टी के चारों ओर लोहे के एंगल व तार की फेन्सींग डालकर जगह हडपने का विचार किया जा रहा है. जिसके लिए झोपडपट्टीवासियों को प्रताडित करने हेतु सालोंसाल से चले आ रहे आने-जाने के रास्ते को बंद कर दिया गया है. ऐसे में परिसरवासियों को अपनी जान खतरे में डालकर रेलवे पटरी से होकर आना-जाना करना पड रहा है. अत: जिला प्रशासन द्वारा इस मामले में तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए और 50 वर्ष से अस्तित्व में रहनेवाली इस झोपडपट्टी में अधिकृत रास्ता तैयार करने के साथ ही झोपडपट्टी को नियमानुकूल करते हुए कच्चे घरों के स्थान पर पक्के घरकुल बनाये जाने चाहिए.
ज्ञापन सौंपते समय सतीश ठाकुर, पद्मा गावंडे, कुसूम गावंडे, प्रिती गावंडे, मिना वटवाडे, सुमित्रा जाधव, सिमा जाधव, प्रमिला जाधव, आशा जाधव, रूख्मा डाहाके, शकुंतला डहाके, राधा शिखरे, पुष्पा बावणे, लता बावणे, सुनिता नेमाडे, सुलोचना सोनोने, ज्योती सोलंके, लता बावणे, अश्विनी मेश्राम, लक्ष्मी मेश्राम, वंदना वैश्य, रेखा इंगोले, अन्नपूर्णा नेमाडे, मंगला स्वर्गे, नेहा वाहरवाघ, लता बांगर, सरस्वती मोहोड, कमला भिडाने, ज्योती भिडाने, यशोधरा सोनोने, वैशाली वानखडे, सारिका सुरदुशे, मीना चंदेल, रेखा धुते, निता लोदेकर, अनु इंगोले, अनुसया महाजन, उषा शर्मा, मनिषा वाहरवाघ, योगिता सरे, अनु धनतरजी, सुनीता राठोड, भारती केकाडे आदि उपस्थित थे.