विविध मांगो को लेकर भूमि अभिलेख कर्मचारी हडताल पर

जिले के 200 अधिक कर्मचारी कर रहे आंदोलन

विदर्भ के साथ पुणे व अन्य जिलो में भी उत्सफूर्त प्रतिसाद
अमरावती /दि.27– भूमि अभिलेख कर्मचारीयों ने अपनी विविध मांगो को लेकर सोमवार से बेमियादी हडताल की चेतावनी दी थी. लेकीन चेतावनी के बावजूद राज्य सरकार द्बारा विदर्भ भूमि अभिलेख कर्मचारी संघ अमरावती/नागपुर की किसी भी मांगो पर विचार न करने से आखिरकार कर्मचारीयों ने सोमवार से बेमियादी हडताल शुरू की है. इस आंदोलन में जिले के 200 अधिक कर्मचारियो का समावेश है.
विदर्भ भूमि अभिलेख कर्मचारी संघ अमरावती/नागपुर की ओर से आंदोलन के पहले चरण में काली पट्टी बांधकर काम किया गया वेतनमान का मुद्दा प्रलंबित रहने से कर्मचारियों में भारी असंतोष रहा विभाग में हजारो पद रिक्त होने के कारण उपलब्ध कर्मचारियों पर अतिरिक्त कार्यभार बढ रहा है. विभाग ने कर्मचारियों के लिए साल 2012 में भर्ती नियम लागू कि गई तथा उसी के अनूसार कर्मचारियों की नियुक्ति भी की गई है. लेकिन लिपिक संवर्ग में वेतन भुगतान न किए जाने से कर्मचारियों में नाराजगी दिखाई देने लगी है. कर्मचारियों ने विभिध प्रलंबित मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. नागपुर सहित विदर्भ के कर्मचारियों ने 15 मई से ही काली पट्टी बांधकर काम किया. इसके बावजूद भी सरकार ने उनकी मांगो पर ध्यान नही दिया. इसलिए सोमवार से कर्मचारियों ने बेमियादी हडताल शुरू की है.
बता दे कि इस संदर्भ में शनिवार को संगठन ने उप निदेशक भूमि अभिलेख शिंदे कों ज्ञापन सौंपा था. लेकिन सुनवाई न होने से आखिरकार आंदोलन शुरू कर दिया गया है. आंदोलन में संगठन के केंद्रीय महासचिव श्रीराम खिरेकर, केंद्रीय अध्यक्ष दिलीप गरजें, गौरव रोकडे, गणेश चांभारे, राजेश होले, प्रमोद रामटेके, प्रदीप मिश्रा, विशाल खालोरे, ईश्वर सावजी, अमोल दुधे, महेश मोखारे, जिला शाखा अध्यक्ष तुषार उंबरकर, एस. आर. धानोरकर, एम.बी. बहादुरकर, एन. वी. कारंजकर, जिला सचिव सी.पी. गोले, सुनील कलमकर, कोषाध्यक्ष एम.आर.कडू, संगठक विशाल गुडधे, सदस्य भुषम गोमकाले, अमोल हिवसे, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्षा अर्चना चौव्हान, निलेश दामोधरे, स्वप्निल उंबरकर, का समावेश रहा.

*आंदोलन में विदर्भ समेत पुणे विभाग का भी समावेश
विदर्भ भूमि अभिलेख कर्मचारी संघ अमरावती/नागपुर द्बारा आयोजित इस आंदोलन में अमरावती जिले के 200 अधिक कर्मचारी शामिल है. वही अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम जिले के साथ नागपुर संभाग के 6 जिलो के भी भूमि अभिनेख कार्यलय के कर्मचारियों का आंदोलन मे समावेश है. इसके अलावा पुणे विभाग के कर्मचारियो ने भी आंदोलन में सहभाग लेकर उस्फुर्त प्रतिसाद दिया.

हडताल से कामकाज होंगे प्रभावित
भुमि अभिलेख विभाग के कर्मचारियों की बेमियादी हडताल से शहर व ग्रामीण क्षेत्र के नागरिको के कामकाज प्रभावीत होंगे जिसमें मुख्य रूप से खेती, प्लॉट की खरीदारी, विक्री व्यवहार के लिए भूमि अभिलेख द्बारा दिए जाने वाले अभिलेख प्रमाणपत्र की सभी को जरूत पडती है. विशेषकर इस विभाग से जमीन का रिकॉर्ड (अभिलेख) व्यवस्थापित करने का काम किया जाता है. जिसमे जमीन की नापजोख, फेरफार,(जमीन हस्तांतरण) सातबारा व अन्य भूमि संबंधित पंजियन किया जाता है. जमीन के मालिकाना अधिकार प्राप्त व्यक्ति का पंजीयन करना, वादविवाद मिटाना, शासन की जमीन संबंधित योजना के लिए आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाना आदि कामकाज कर्मचारियों के हडताल पर चले जाने के बाद प्रभावित होगे.

 

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