लेजर शो से पहुंच सकता है आंखों को नुकसान
लेजर लाइट होती है बेहद घातक, रेटीना हो सकता है क्षतिग्रस्त
अमरावती/दि.11– विगत कुछ वर्षों के दौरान विविध कार्यक्रमों व सार्वजनिक उत्सवों के साथ ही गणेशोत्सव व दुर्गोत्सव में लेजर शो का आयोजन करते हुए लेजर लाइट का प्रयोग किया जाता है. परंतु लेजर लाइट की वजह से आंखों पर दुष्परिणाम होने की कई घटनाएं हाल ही में गणेशोत्सव के दौरान राज्य के गणेशोत्सव पर घटित हुई. जिसे देखते हुए नेत्र विशेषज्ञों ने आंखों को स्वस्थ रखने हेतु लेजर शेा व लेजर लाइट की ओर बिल्कुल भी नहीं देखने की सलाह दी है.
उल्लेखनीय है कि, विगत कुछ वर्षों से गणपति की विसर्जन यात्रा में लेजर लाइट का प्रयोग करते हुए लेजर शो का आयोजन करने का चलन बढ गया है. जिसके चलते विगत दिनों ही गणपति बाप्पा को लेजर शो के साथ विदाई दी गई. परंतु इसके दूसरे दिन से ही कई नेत्र विशेषज्ञों के पास आंखों के मरीजों की संख्या बढ गई. ऐसे मरीजों की जांच करने पर नेत्र विशेषों ने पाया कि, मरीजों के नेत्र पटल पर रक्त जमा होने के साथ ही वहां पर जलने व झुलसने के निशान है. चूंकि ग्रीन लेजर लाइट की फ्रिक्वेंसी काफी अधिक होती है. ऐसे में जो लोग उस लेजर फ्रिक्वेंसी के फोकल लेंथ पर आ जाते है. उनकी आंखों को लेजर लाइट से नुकसान पहुंच सकता है.
* उत्सवों में लेजर शो का प्रमाण बढा
विगत कुछ दिनों के दौरान विविध उत्सवों में लेजर शो व लेजर लाइट लगाने का प्रमाण बढ गया है, ताकि आयोजन में भव्यता व दिव्यता दिखाई जा सके. परंतु इससे कहीं अधिक ज्यादा महत्वपूर्ण हमारी आंखे और आंखों की सुरक्षा है.
* खुली आंखों से ना देखे लेजर शो
जहां तक संभव हो लेजर शो या लेजर लाइट की ओर देखने का मोह टालना चाहिए. साथ ही बेहद पास से या बिना चष्मा लगाए लेजर शो कभी नहीं देखना चाहिए. साथ ही लेजर लाइट की ओर एकटक नहीं देखना चाहिए, अन्यथा उसका आंखों पर बेहद विपरित परिणाम पडता है.
* आंखों से लेजर लाइट सीधे टकराने पर वह आंखों के लिए खतरनाक हो सकती है. आंखों के पर्दे का पिछला हिस्सा बेहद नाजूक होता है. जिस पर लेजर लाइट पडने से आंख दुखने, आंखों से पानी आने और तेज प्रकाश सहन नहीं होने की तकलीफ हो सकती है. साथ ही आंखों के भीतर गंभीर जख्म होकर स्थायी तौर पर आंखों की दृष्टि भी जा सकती है. जिसके चलते लेजर लाइट से दूर रहना ही सबसे बेहतर है. वहीं यदि आंखों से लेजर लाइट का संपर्क हुआ है और आंखों में दर्द के लक्षण दिखाई दे रहे है, तो तुरंत ही विशेषज्ञ नेत्र चिकित्सक से मिलना चाहिए.
– डॉ. राजेंद्र जवादे,
वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ.