अमरावतीमहाराष्ट्र

रमजान का आखरी अशरा शुरू, दो अशरे समाप्त

चांदूर बाजार/दि.21– पवित्र रमजान माह के चलते मुस्लिम समुदाय इबादात में कसरत से जुटा हुआ है. रमजान माह को तीन अशरे (हिस्से) में बांटा गया है. जिसमे पहला अशरा पहले से दसवें रोजे तक माना जाता है.
पहले अशरे को रहमत (दया) का नाम दिया गया है. दूसरा अशरा मगफिरत (माफी) का होता है जो 11वे रोज से 20वे रोजे की समाप्ति तक होता है. जबकि 21वे रोजे से ईद का चांद दिखने तक आखरी 9 या 10 रोजे तक तीसरा अशरा निजात (जहन्नुम से मुक्ति) का होता है. क्योंकि अब रमजान माह के बीस रोजे खत्म हो चुके है तो अब तीसरे और आखरी अशरे की शुरुआत हो चुकी है. मुस्लिम समुदाय अब और ज्यादा श्रद्धा के साथ इन आखरी दिनों में विशेष इबादत का एहतेमाम करते है.

* अब ताक रातों की इबादत भी होगी
इस्लामिक कैलेंडर में रमजान माह के आखरी अशरे की ताक राते यानी 21, 23, 25, 27 और 29 की रात का महत्वपूर्ण स्थान है. इसी लिए इस रात में पूरी रात पाक परवरदिगार के की बारगाह में विशेष इबादत जैसे नमाज, जिक्र, कुरान की तिलावत की जाती है.

* गुरुवार को 26 वां रोजा
आगामी गुरुवार को 26 वां रोजा होगा. इस रोजे में दुनिया भर के कई नौनिहाल अपना पहला रोजा रखते है. इसी तरह इसी रोजे की तरावी की नमाज में कुरान शरीफ का 30 वां और अंतिम पारा भी पढ़ा जाता है.

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