अमरावतीमहाराष्ट्र

पिछले 10 सालो में गत वर्ष अमरावती जिले में सबसे कम आत्महत्या

वर्ष 2024 में 211 किसानों ने की खुदकुशी

अमरावती /दि. 6– राज्य में सर्वाधिक किसान आत्महत्या अमरावती जिले में होती रहते पिछले 6 माह में इस श्रृंखला को ब्रेक लग गया है. वर्ष 2015 के बाद पहली बार वर्ष 2024 में किसान आत्महत्या कम हुई है. वर्ष 2024 में 211 किसान आत्महत्या हुई है. मजबूर किसानों को शासन योजना का लाभ मिलने के लिए जिलाधिकारी के प्रयास और निसर्ग का सहयोग मिलने से ऐसी घटनाएं कम हुई दिखाई देती है.
राज्य में सर्वाधिक किसान आत्महत्या अमरावती विभाग व उसमें भी अमरावती जिले में होती रहने से जिले की चिंता बढ गई थी. जून 2024 से किसान आत्महत्या का सिलसिला कम हो रहा है. वर्ष 2023 में 326 किसान आत्महत्या के प्रकरण घटित हुए थे. इस तुलना में 2024 में 211 प्रकरण घटित हुए है. नैसर्गिक आपदा, सूखा, अतिवृष्टि, बैंक व साहूकारों का कर्ज, बेटी का विवाह, बीमारी सहित अन्य कारणों से जिले के किसान आत्महत्या करते रहने की सच्चाई है. किसान आत्महत्या प्रकरण अमरावती व मराठवाडा विभाग के 14 जिलो में जनवरी 2001 से स्वतंत्र रुप से दर्ज किए जा रहे है. इसके मुताबिक जिले में अब तक 5387 किसानों ने खुदकुशी की है. इसमें 2831 प्रकरण शासन सहायता के लिए पात्र साबित हुए है. जबकि 2478 प्रकरण अपात्र है. इसके अलावा 78 प्रकरण अभी भी जांच के लिए प्रलंबित है.

* मार्च माह में सर्वाधिक 33 प्रकरण
वर्ष 2024 में 211 किसान आत्महत्या हुई है. इसमें 49 अपात्र, 86 पात्र और 76 जांच के लिए प्रलंबित है. 86 प्रकरणों में शासन सहायता दी गई है. जनवरी माह में 21, फरवरी में 22, मार्च 23, अप्रैल 20, मई 19, जून 13, अगस्त 11, सितंबर 16, अक्तूबर 12, नवंबर 09 और दिसंबर माह में 19 किसानों ने खुदकुशी की है.

* किसान आत्महत्याग्रस्त परिवार को योजना का लाभ
किसान आत्महत्याग्रस्त परिवारों को राज्य शासन की योजना का लाभ मिलने के लिए जिलाधिकारी सौरभ कटियार प्रयासरत है. अंत्योदय, प्राधान्य योजना के जरिए लाभ, घरकूल योजना, संगायो, इंगायो, श्रावणबाल, राष्ट्रीय परिवार वित्तिय सहायता योजना, पशुसंवर्धन विभाग, रोगायो, जिप अंतर्गत कुएं, कृषि विभाग के व्यक्तिगत लाभ की योजना, पाल्यों को स्कॉलरशीप, शुल्क माफी योजना का लाभ, कर्ज पुनर्गठन, बैंक के जरिए मुद्रा लोन, गोपीनाथ मुंडे दुर्घटना योजना, आयुष्यमान भारत योजना, बाल संगोपन योजना, लाडली बहन योजना का लाभ दिया जा रहा है.

* सामूहिक प्रयासों से सफलता
सामूहिक प्रयासों से जिले के किसान आत्महत्या में कमी आने की बात राहतभरी है. इन किसान आत्महत्याग्रस्त परिवारों को शासन योजना का लाभ मिलने के लिए शासन के सभी विभाग प्रयासरत है.
– सौरभ कटियार, जिलाधिकारी.

* 10 साल में किसान आत्महत्या
वर्ष 2015 – 306
वर्ष 2016 – 349
वर्ष 2017 – 273
वर्ष 2018 – 242
वर्ष 2019 – 269
वर्ष 2020 – 295
वर्ष 2021 – 370
वर्ष 2022 – 339
वर्ष 2023 – 326
वर्ष 2024 – 211

 

 

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